सरकार इस साल करीब 16 लाख करोड़ का कर्ज लेगी जिसमें से करीब 11 लाख करोड़ बाजार से बॉण्ड के जरिए जुटाए जाएंगे. बस इसी ने बिगाड़ दिया है बाजार का मूड.
क्रिप्टोकरेंसी पर अभी तक सरकार कोई कानून नहीं बना पाई है. इस वजह से इसमें निवेश करने वालों के लिए कई तरह का जोखिम बना हुआ है.
क्रिप्टो में अब क्या होगा? सरकार इसे बख्शेगी या कर देगी बैन? नई खबर यह है कि सरकार इसको बढ़ावा नहीं देगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है
क्रिप्टोकरेंसी पर छाई धुंध अब कुछ कम हुई है. सरकार ने बड़ा बयान दिया है. लोगों के लिए इसके क्या मायने हैं? यहां मिलेगा इस गुत्थी का जवाब.
क्रिप्टो पर छाई धुंध अब साफ होने लगी है. अब यह लगभग तय हो गया है कि भारत में किसी भी तरह की निजी क्रिप्टोकरंसी मान्य नहीं होगी.
सेंट्रल अमेरिका का एक छोटा सा मुल्क है अल सल्वाडोर. इसने सितंबर में क्रिप्टोकरंसी को लीगल टेंडर यानी आधिकारिक मुद्रा बना दिया था.
क्रिप्टो में पैसा लगाने की होड़ के बीच सरकार और RBI आपस में उलझे नजर आ रहे हैं. रिजर्व बैंक की बेचैनी और सरकार की सरगर्मी के बीच निवेशक हैरान-परेशान
क्या आपको पता है कि दिल्ली में वित्त मंत्रालय से लेकर बंबई की दलाल स्ट्रीट तक बजट के एक आंकड़े की बड़ी गूंज है. यह आंकड़ा किसी घाटे का नहीं
क्लाइमेट चेंज के खतरों से जूझती दुनिया अब क्लीन एनर्जी में सहारा ढूंढ रही है. इलेक्ट्रिक गाड़ियों का दौर दस्तक दे रहा है.
विदेशी निवेशक बाजार से निकल रहे हैं. बीते करीब एक महीने में 40 हजार करोड़ से ज्यादा कि बिकवाली हो चुकी है.