बीटेक करने के बाद अमित नौकरी की तलाश में थे. सालभर तक खाली हाथ रहने के बाद एक निजी जीवन बीमा कंपनी में एजेंट बन गए. पहले दिन ही उन्हें पॉलिसी बेचने का टारगेट थमा दिया गया. इस टारगेट को पूरा करने के लिए अमित अपने रिश्तेदारों पर ही दबाव बना रहे हैं.
यह कहानी सिर्फ अमित की नहीं है. लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल के जनवरी 2022 के आंकड़ों के अनुसार देश में 24 लाख से अधिक जीवन बीमा एजेंट हैं. इनमें से 13.28 लाख एजेंट सिर्फ एलआईसी के हैं. जब कोरोना महामारी की पहली लहर में लोगों की बड़े पैमाने पर नौकरियां जा रही थीं, तब बड़ी संख्या में लोग बीमा कंपनियों से जुड़ रहे थे. बेरोजगारी के दौर में वर्ष 2020-21 में जीवन बीमा उद्योग में 1.77 लाख नए एजेंट बने. टारगेट को पूरा करने के लिए ये एजेंट पॉलिसी खरीदने के लिए सबसे पहले अपने रिश्तेदारों पर ही दबाव बनाते हैं. आमतौर पर जीवन बीमा में निवेश लंबी अवधि का होता है. इसलिए अगर कोई एजेंट आपको रिश्तों की दुहाई देकर पॉलिसी खरीदने की सलाह दे रहा है तो उन पर आंख मूंद कर भरोसा न करें.
लिखित में मांगें सलाह
अपना टारगेट पूरा करने के लिए कुछ एजेंट झूठ का सहारा लेते हैं. पॉलिसी बेचने के लिए वह उस पर मिलने वाले रिटर्न को काफी बढ़ा–चढ़ा कर बताते हैं. कई बार इस रकम को एक साल बाद कभी भी निकालने का आश्वासन दिया जाता है. याद रखें, बीमा आर्थिक सुरक्षा के लिए है. निवेश के लिए यह उपयोगी प्रोडक्ट नहीं है. अगर कोई एजेंट आपको ज्यादा रिटर्न दिलाने का आश्वासन दे रहा है तो उससे इस बारे में लिखित में मांगें. इस कागज पर उसका पूरा पता लिखकर हस्ताक्षर करा लें. एजेंट को झूठा साबित करने के लिए यह कागज साक्ष्य का काम करेगा.
सुझावों को नोट करें
अगर आप किसी एजेंट या ब्रोकर के पास बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए सलाह लेने जा रहे हैं तो उसके सुझावों को किसी कागज नोट कर लें. एजेंट से इरडा की ओर से जारी लाइसेंस की कापी मांगें जिस पर उसका पूरा ब्योरा मिल जाएगा. लाइसेंस के नंबर के जरिए आप इस एजेंट के बारे में कहीं भी रहकर पूरा पता लगा सकते हैं. जो व्यक्ति ईमानदारी के साथ अपना कारोबार कर रहा है, वह अपने आईडी कार्ड की कापी देने में कतई संकोच नहीं करेगा. लाइसेंस की कापी मांगने का फायदा यह होगा कि उसे आपके बारे में अहसास हो जाएगा कि यह व्यक्ति जागरूक है. और बीमा प्रोडक्ट के बारे में गलत जानकारी देने पर खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
सेकेंड ओपीनियन लें
बीमा एजेंट आपको जो पॉलिसी दे रहा है उसे तत्काल खरीदने का फैसला न लें. एजेंट को बताएं कि इस बारे में अपने मित्र से चर्चा करने के बाद ही कोई निर्णय लेंगे. इसके लिए एजेंट को एक सप्ताह बाद आने के लिए कहें. इस दरम्यान किसी अन्य विशेषज्ञ या एजेंट से संबंधित पालिसी के बारे में चर्चा करें. एजेंट को विश्वास हो जाएगा कि आप किसी विशेषज्ञ से सलाह लेंगे तो निश्चित तौर पर वह आपको घटिया पॉलिसी बेचने की कोशिश नहीं करेगा. फिर भी आप जो पॉलिसी ले रहे हैं उसके बारे में किसी अन्य एजेंट या ब्रोकर से चर्चा जरूर करें. यह पॉलिसी आपके लिए उपयोगी है या नहीं, इस बारे में पूरी तरह सुनिश्चित होने के बाद ही अंतिम फैसला लें.
लालच में न आएं
जीवन बीमा में निवेश लंबी अवधि का होता है. ऐसे में किसी एजेंट के दबाव में आकर पॉलिसी खरीदने में जल्दबाजी बिल्कुल नहीं करनी चाहिए. कई बार एजेंट अपना मासिक या सालाना लक्ष्य पूराना करने की दुहाई देकर तुरंत पॉलिसी खरीदने की सलाह देता है. इसके लिए वह कमीशन शेयरिंग या गिफ्ट का ऑफर भी कर सकता है. आप इस तरह के दबाव या लालच में कतई नहीं आएं.