बैंकों की सावधि जमा (FD) में ऊंची ब्याज दरों का दौर अब खत्म होने जा रहा है. आरबीआई की नीतिगत दरों में वृद्धि का सिलसिला रुकने के बाद देश के कई बड़े बैंकों ने एफडी की ब्याज दरें घटानी शुरू कर दी हैं. बैंकिंग सिस्टम में नकदी की पर्याप्त उपलब्धता होने की वजह से कई बड़े बैंकों ने तीन साल तक की एफडी पर ब्याज दरों में कटौती कर दी है. आने वाले दिनों में अन्य बैंक भी इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं. ऐसे में अगर आपके पास सरप्लस फंड है तो उसे एफडी में निवेश करके लंबी अवधि तक ऊंची ब्याज दरों का फायदा उठा सकते हैं.
दरअसल, मई 2022 के बाद से आरबीआई रेपो दर में 2.5 फीसद की वृद्धि कर चुका है. पिछली समीक्षा में केंद्रीय बैंक ने रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया था. इस बार की बैठक को लेकर भी माना जा रहा है कि आरबीआई ब्याज दरों में वृद्धि नहीं करेगा. दूसरी ओर बैंकों के पास लिक्विडटी की स्थिति बेहतर हो गई है. बाजार में 2000 के नोट वापसी के बाद बैंकिंग सिस्टम में एक लाख करोड़ रुपए और आने का अनुमान है. ऐसे में माना जा रहा है कि बैंकों की जमा दरों में वृद्धि दौर अब खत्म हो गया है. आने वाले दिनों में इसमें गिरावट आनी शुरू हो सकती है.
किन बैंकों घटाया ब्याज
सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक पीएनबी ने अपनी एक साल की एफडी की ब्याज दर घटा कर 6.75 फीसद कर दी है. बैंक पहले इस एफडी पर 6.80 फीसद ब्याज दे रहा था. सार्वजनिक क्षेत्र के ही यूनियन बैंक ने तीन साल की एफडी पर ब्याज दर को 7.3 से घटाकर 6.5 फीसद कर दिया है. इसी तरह निजी क्षेत्र के प्रमुख बैंक आईसीआईसीआई ने 15 महीने से तीन साल तक की एफडी की ब्याज दरों में 0.25 फीसद तक की कटौती की है जबकि एक्सिस बैंक ने 1 साल 25 दिन से लेकर 30 महीने तक की एफडी की ब्याज दरों में 0.3 फीसद तक की कमी की है.
बैंक FD पर सालाना ब्याज (% में)
एसबीआई 3.00-6.50
एक्सिस बैंक 3.00-7.00
एचडीएफसी बैंक 3.00-7.00
ICICI बैंक 4.75-6.90
बैंक ऑफ बड़ौदा 4.50-6.25
केनरा बैंक 4.50-6.50
source: grow.in
आगे क्या है उम्मीद?
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट जितेन्द्र सोलंकी कहते हैं कि मौजूदा आर्थिक परिदृश्य में अनुमान है कि आरबीआई रेपो दर में अब और वृद्धि नहीं करेगा. बैंकों के पास अब लिक्विडिटी की कोई समस्या नहीं है. इसी वजह से बैंकों ने एफडी पर ब्याज घटाना शुरू कर दिया है. अगर आरबीआई ब्याज दरें नहीं बढ़ाता है तो सरकार लघु बचत योजनाओं की दरों में कटौती कर सकती है. ऐसे में अगर आपके पास निवेश के लिए सरप्लस फंड है तो उसे लंबी अवधि की एफडी में निवेश करके लंबी अवधि तक ऊंचे रिटर्न का लाभ उठा सकते हैं.