उम्रदराज होने पर हमारा क्या होगा? जीवनयापन के लिए कहां से पैसे आएंगे? कैसे घर का खर्च चला पाएंगे? ये सारे सवाल एक आम आदमी के मन उम्र बढ़ने के साथ बढ़ते जाते हैं. लेकिन, अब इसकी चिंता करनी छोड़ दीजिए.
सरकार की एक स्कीम बुढ़ापे में आपका साथ निभाएगी. इस शानदार योजना का नाम है अटल पेंशन योजना (Atal Pension Scheme). इसके लिए आपको अभी से निवेश करने की तैयारी शुरू कर देनी है.
यकीन मानिए इसमें किया गया निवेश इतना छोटा है कि आपको पता भी नहीं चलेगा.अटल पेंशन योजना (Atal Pension Scheme) कोई व्यक्ति रोजाना 7 रुपये बचाकर महीने का 210 रुपये का निवेश करता है, तो उसे हर महीने 5,000 रुपये पेंशन मिल सकती है.
अटल पेंशन योजना की शुरुआत 1 जून 2015 को की गई थी. इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों की 60 वर्ष की आयु होने के बाद 1,000 रुपये से लेकर 5,000 रुपये तक की धनराशि पेंशन के रूप में प्रतिमाह दी जाएगी.
पेंशन की धनराशि लाभार्थियों के द्वारा किए गए निवेश तथा उम्र के हिसाब से निश्चित की जाएगी. अटल पेंशन योजना में ना केवल आप कम राशि जमा करवाकर हर माह ज्यादा पेंशन के हकदार हो सकते हैं, बल्कि असामयिक मृत्यु की दशा में अपने परिवार को भी इसका फायदा दिलवा सकते हैं.
योजना का मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्रो के कामगारों को पेंशन देकर उनका भविष्य सुरक्षित करना है तथा आत्मनिर्भर बनाना है. यह एक सामाजिक सुरक्षा योजना है जिसका उद्देश्य योजना में शामिल होने वाले लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है.
योजना का लाभ लेने लेने के लिए सेविंग बैंक अकाउंट या पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट होना अनिवार्य है. वहीं, जो लोग आयकरदाता हैं या सरकारी नौकरी वाले हैं, वे इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं. आवेदन करने के लिए लाभार्थियों की उम्र 18 से 40 वर्ष होनी चाहिए, तभी वह इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
योजना के अंतर्गत ग्राहकों को कर लाभ भी प्रदान किए जाएंगे. इसी के साथ आयकर अधिनियम के सेक्शन 80CCD (1b) के अंतर्गत इस योजना में किए गए योगदान पर टैक्स बेनेफिट भी हासिल कर सकते हैं.
पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (PFRDA) के मुताबिक, अटल पेंशन योजना के अंतर्गत वित्त वर्ष 2020 -2021 में अब तक 3 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर को जोड़ा गया है. वित वर्ष 2020 -21 में इस योजना के तहत लगभग 79 लाख से अधिक नए अंशधारकों को जोड़ा गया है. अटल पेंशन योजना में अंशधारकों का आंकड़ा तीन करोड़ को पार कर चुका है.
इसके अंतर्गत जुड़े 3.2 करोड़ खातेधारकों में से 70 % खाते सार्वजनिक बैंको के द्वारा खोले गए हैं और बाकी 19 % खाते ग्रामीण इलाकों के बैंकों में खोले गए हैं.
गुजरे 6 महीनों में इस योजना से जुड़ने वाले खाताधारकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
60 वर्ष पूरे होने के बाद अटल पेंशन योजना से ग्राहक निकासी कर सकता है. इस स्थिति में ग्राहक को पेंशन प्रदान की जाएगी. यदि सब्सक्राइबर की मृत्यु हो जाती है तो पेंशन की राशि सब्सक्राइब के पति या पत्नी को प्रदान की जाएगी. यदि दोनों की मृत्यु हो जाती है तो पेंशन फंड उनके नॉमिनी को दिया जाता है.
मौजूदा नियमों के अनुसार अगर 18 साल की उम्र में योजना से अधिकतम 5 हजार रुपये मंथली पेंशन के लिए जुड़ते हैं तो आपको हर महीने 210 रुपये देने होंगे. अगर यही पैसा हर तीन महीने में देते हैं तो 626 रुपये और छह महीने में देने पर 1,239 रुपये देने होंगे.
महीने में 1,000 रुपये पेंशन पाने के लिए अगर 18 साल की उम्र में निवेश करते हैं तो मासिक 42 रुपये देने होंगे. जिनकी आयु 40 वर्ष है तो उन्हें 297 से लेकर 1 ,454 रुपये तक प्रीमियम देना होगा.
अटल पेंशन योजना के अंतर्गत यदि आवेदक योगदान नहीं करता है तो उसका अकाउंट 6 महीने बाद फ्रीज कर दिया जाएगा. यदि इसके बाद भी निवेशक ने कोई निवेश नहीं किया है तो 12 महीने के बाद उसका अकाउंट डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा और 24 महीने के बाद उसका अकाउंट बंद कर दिया जाएगा.
यदि आवेदक समय से भुगतान नहीं कर पाता है तो उसे पेनाल्टी देनी होगी. यह पेनाल्टी प्रतिमाह की 1 से लेकर 10 रुपये तक है.
आवेदक का आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, पहचान पत्र, स्थायी पता का प्रमाण, पासपोर्ट साइज फोटो लगेगी. साथ ही आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए, उम्मीदवार की आयु 18 से 40 वर्ष होनी चाहिए, आवेदक का बैंक खाता होना चाहिए तथा बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए,
उम्र- साल- योगदान प्रति माह- पेंशन
18- 42- 210- 5000
25-35-376-5000
30-30-577-5000
35-25-902-5000
40-20-1454-5000