Property Rates: रियल एस्टेट में अब सुस्ती छट रही है और डिमांड के साथ ही कीमतें में भी तेजी दर्ज की गई है. एक तरफ बिल्डरों की इन्वेंट्री घट रही है तो वहीं घरों के दाम भी बढ़ रहे हैं. पिछले साल के मुकाबले इस साल जनवरी से मार्च की तिमाही के बीच 7 बड़े शहरों में कीमतों में 1 फीसदी की बढ़त आई है. प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक ने अपनी एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है. रिपोर्ट के मुताबिक आगे भी कीमतों में तेजी आ सकती है क्योंकि कच्चे माल के दाम बढ़ने से लागत बढ़ रही है.
इन 7 शहरों में घरों के लिए औसत भाव बढ़कर 5,660 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट हो गया है जबकि पिछले साल इसी तिमाही में ये 5,599 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट थी. ये कीमतें प्राइमरी मार्केट में बिक्री के हैं.
दिल्ली-NCR में जनवरी-मार्च के बीच दाम 2 फीसदी चढ़कर 4,650 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट पर पहुंच गए हैं. वहीं पिछले साल इस दौरान ये 4,580 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट था. हालांकि मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन (MMR) में 1 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है. पिछले साल 10,610 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट भाव था जबकि इस साल की पहली तिमाही में ये 10,750 रुपये हो गया.
बंगलुरू में भी कीमतें पिछले साल के 4,975 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट से 1 प्रतिशत बढ़कर 5,060 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट हो गया है. पुणे में घर खरीदने का मन बना रहे हैं तो आपको पिछले साल के मुकाबले 1 फीसदी ज्यादा यानि 5,590 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट देना होगा. हैदराबाद, चेन्नई में भी कीमतें 1 फीसदी बढ़ी हैं, तो वहीं कोलकाता में मामूली तेजी आई है. कोलकाता में भाव 4385 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट से बढ़कर इस साल की पहली तिमाही में 4,400 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट हो गया है.
Property Rates: यहां देखिए टॉप 7 शहरों के प्रॉपर्टी रेट –
Q1 2020 | Q1 2021 | |
दिल्ली-NCR | Rs 4,580 | Rs 4,650 |
मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) | Rs 10,610 | Rs 10,750 |
पुणे | Rs 5,510 | Rs 5,580 |
बंगलुरू | Rs 4,975 | Rs 5,060 |
चेन्नई | Rs 4,990 | Rs 4,935 |
हैदराबाद | Rs 4,195 | Rs 4,240 |
कोलकाता | Rs 4,385 | Rs 4,400 |
एनारॉक के डायरेक्टर और रिसर्च हेड प्रशांत ठाकुर का कहना है कि पिछले कुछ सालों से इन 7 शहरों में कीमतें (Property Rates) दायरे में थी लेकिन साल 2021 की पहली तिमाही में 1 से 2 फीसदी का उछाल आया है. कोलकाता को छोड़कर अन्य सभी जगह भाव बढ़े हैं. उनका कहना है कि इस साल की दूसरी छमाही में कीमतें और बढ़ सकती हैं. अगर साल 2020 कोविड-19 संकट का साल नहीं होता तो कीमतें में काफी पहले ही उछाल आ चुका है.
साथ ही बंगलुरू, पुणे, MMR जैसे शहरों में तेजी से बिक्री की वजह से भी घरों की कीमतों (Property Rates) में उछाल आया है. हालांकि ये बढ़त सिर्फ इन्वेंट्री घटने या डिमांड बढ़ने की वजह से नहीं है बल्कि सीमेंट, स्टील जैसे इनपुट की कीमतें बढ़ने की वजह से भी आई है. ठाकुर के मुताबिक मजदूरों पर भी इस दौरान खर्च बढ़ा है. यही वजह है कि आगे भी दाम बढ़ सकते हैं.
हाल की एक रिपोर्ट में एनारॉक ने कहा था कि टॉप 7 शहरों में पिछले साल की पहली तिमाही के 45,200 यूनिट के मुकाबले इस साल जनवरी-मार्च के बीच 58,290 घर बिके हैं. इसमें से MMR और पुणे से ही कुल 53 फीसदी घरों की बिक्री हुई है. महाराष्ट्र में स्टैंप ड्यूटी घटने की वजह से ऐसा संभव हुआ है.
(PTI की इनपुट के साथ)