घर खरीदने की सोच रहे लोगों को जल्द खुशखबरी मिल सकती है. दरअसल, बैंक होम लोन की रकम में स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज को शामिल करने पर विचार कर रहे हैं. बैंकों के इस प्रस्ताव को अगर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से हरी झंडी मिलती है तो होम बायर्स को घर खरीदने के लिए ज्यादा फाइनेंस मिल सकेगा. मौजूदा समय में स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज को होम लोन में शामिल नहीं किया जाता है.
बैंक के वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक, हाउसिंग लोन कोलेटरल यानी गिरवी रखी संपत्ति से लैस है, जिसकी वजह से कोई अतिरिक्त जोखिम नहीं बढ़ेगा. बैंकों को उम्मीद है कि आरबीआई इस प्रस्ताव के पक्ष में फैसला देगा और इससे लोगों को लोन की ज्यादा रकम मिल सकेगी.
अगर रिजर्व बैंक इस प्रस्ताव को मंजूरी देता है तो इससे घर खरीदरों को कितना फायदा मिलेगा ये देखते हैं. अगर किसी प्रॉपर्टी की कीमत स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज के साथ 1 करोड़ रुपए है. इसमें रजिस्ट्रेशन और स्टाम्प ड्यूटी का हिस्सा 20 लाख रुपए है. मौजूदा समय में आरबीआई की ओर से निर्धारित लोन-टू-वैल्यू रेशियो (LTV) के तहत घर खरीदने के लिए 60 लाख रुपए तक का लोन मिल सकता है.
LTV रेशियो प्रॉपर्टी की कीमत का वह प्रतिशत है जो बैंक संपत्ति खरीदार को कर्ज के रूप में दे सकता है. मौजूदा गाइडलाइन के मुताबिक, होम लोन का लोन-टू-वैल्यू रेशियो प्रॉपर्टी की वैल्यू का 75 से 90 फीसदी तक है. अगर लोन की रकम 75 लाख रुपए से ज्यादा है तो LTV 75 फीसदी से ज्यादा नहीं हो सकता है.
अगर आरबीआई बैंकों के स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज को होम लोन में शामिल करने पर रजामंदी देता है तो खरीदारों को 60 लाख रुपए के बजाए 75 लाख रुपए तक लोन मिल सकता है.