भारत में घर हुए 2.7% महंगे, जानें किस शहर में सबसे ज्यादा बढ़ी कीमतें

House Price Index: इसमें अहमदाबाद, बंगलुरू, चेन्नई, दिल्ली, जयपुर, कानपुर, कोच्चि, कोलकाता, लखनऊ और मुंबई में घरों के रजिस्ट्रेशन का डेटा लिया जाता है

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होम लोन इंश्योरेंस को आम तौर पर होम लोन प्रोटेक्शन प्लान (HLPP) भी कहा जाता है.

होम लोन इंश्योरेंस को आम तौर पर होम लोन प्रोटेक्शन प्लान (HLPP) भी कहा जाता है.

कोरोनावायरस की पहली लहर के बाद भारत में रियल एस्टेट मार्केट में डिमांड में बढ़त दर्ज की गई थी. अब कीमतों में भी बढ़त देखने को मिली है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के जारी हाउस प्राइस इंडेक्स (House Price Index) के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में देश में घरों की कीमतों में 2.7 फीसदी का उछाल आया है. रिजर्व बैंक ने सोमवार को वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के हउसिंग प्राइस इंडेक्स का डेटा जारी किया है. इसमें वित्त वर्ष 2020-21 की जानकारी भी दी गई है. ये इंडेक्स भारत के 10 बड़े शहरों में घरों के रजिस्ट्रेशन और ट्रांजैक्शन के डेटा के जरिए निकाला जा सकता है.

हाउस प्राइस इंडेक्स – HPI

रिजर्व बैंक (RBI) के इस इंडेक्स में 10 बड़े शहरों के रजिस्ट्रेशन संस्थानों से डेटा कलेक्ट किया जाता है. इनमें अहमदाबाद, बंगलुरू, चेन्नई, दिल्ली, जयपुर, कानपुर, कोच्चि, कोलकाता, लखनऊ और मुंबई शामिल हैं. वित्त वर्ष 2010-11 में इसका बेस 100 मानकर इंडेक्स तैयार किया गया है. इंडेक्स में मार्च 2021 के अंत तक भारत का HPI 285.5 है. इस इंडेक्स में हर शहर का वेटेज वहां की आबादी के मुताबिक तय किया गया है.

किस शहर में बढ़ी कीमतें?

वित्त वर्ष 2020-21 में हाउस प्राइस इंडेक्स (House Price Index) में 2.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि वित्त वर्ष 2019-2020 में 3.9 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई थी. तिमाही आधार पर जनवरी से मार्च 2021 के बीच कीमतें सपाट ही रही हैं. हाउस प्राइस इंडेक्स के मुताबिक इन तीन महीनों में 0.2 फीसदी की ही ग्रोथ दर्ज की गई है.

बंगलुरू में घरों की कीमतों में 15.7 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है.\

House Price Index, RBI

इन शहरों में घटी कीमतें

जयपुर में वित्त वर्ष 2020-21 में घरों की कीमतें 3.6 फीसदी घटी हैं. वहीं, तिमाही आधार पर जनवरी से मार्च 2021 के बीच दिल्ली, बंगलुरू, कोलकाता और जयपुर में कीमतें घटती नजर आई. जबकि, अन्य सभी शहरों में हाउस प्राइस इंडेक्स में बढ़त देखने को मिली है.

गौरतलब है कि चौथी तिमाही का डेटा अभी प्रोविजनल है और अगली तिमाही के डेटा के साथ फाइनल किया जाएगा. साथ ही, चेन्नई के आंकड़ों में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी के साथ ही कमर्शियल प्रॉपर्टी भी शामिल है.

Published - June 22, 2021, 05:38 IST