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एंप्लॉई प्रोविडेंट फंड (EPF) में दो तरह की स्कीमों में आपका पैसा जमा होता है. पहला प्रोविडेंट फंड (EPF) और दूसरा पेंशन फंड (EPS) होता है.
EPFO: इस सर्कुलर के जरिए फील्ड ऑफिसेस को साफ कहा है कि नाम से लेकर अन्य डीटेल में तब तक करेक्शन ना किया जाए जब तक इसका कागजी प्रमाण ना हो.
सूत्रों की मानें तो इस बार के ब्याज में 20 बेसिस प्वाइंट की कटौती हो सकती है. मतलब 8.50 फीसदी से घटाकर इसे 8.30 फीसदी किया जा सकता है.
PF: आपके रिटायरमेंट के लिए ये पैसे आपके सैलरी से हर महीने कटते हैं. बेसिक सैलरी से 12 फीसदी आप देते हैं और 12 फीसदी एम्पलॉयर.
बजट 2021 में कर्मचारी भविष्य निधि मतलब आपके EPF को टैक्स के दायरे में लाया गया. पूरा EPF नहीं, सालाना ढाई लाख रुपए से ऊपर के कंट्रीब्यूशन पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री नहीं होगा. मतलब 2.50 लाख से ऊपर जो आपने निवेश किया, उस पर जो ब्याज मिला, सरकार उस पर टैक्स वसूलेगी. इस […]
EPFO news: नौकरीपेशा के लिए EPF अकाउंट को मैनेज करना काफी आसान हो गया है. अब सभी सर्विसेज ऑनलाइन मिलती हैं. पहले नौकरी छोड़ने पर आपको लगभग 2-3 महीने इस बात का इंतजार करना पड़ता था कि एम्प्लॉयर की तरफ से डेट ऑफ एग्जिट कब अपडेट होगी. क्योंकि, इसके अपडेट होने के बाद ही आप […]
EPFO news- प्रोविडेंट फंड अकाउंट (Provident Fund account) इन दिनों चर्चा में है. बजट में PF के ब्याज को टैक्सेबल बनाने के ऐलान के बाद से यह चर्चा में आया. साथ ही कुछ बड़े अकाउंट्स की डिटेल्स भी EPFO ने सामने रखी है. जिसमें बताया गया कि किस तरह अमीर लोग PF में ज्यादा निवेश […]
देश के टॉप 20 PF खाते में 825 करोड़ रुपए जमा हैं. और करोड़ों का बैलेंस रखने वालों को करोड़ों का टैक्स-फ्री ब्याज भी मिल रहा है.
अब सोचिए अगर कंट्रीब्यूशन इतना है तो इन अकाउंट्स पर ब्याज कितना होगा? यही वजह है कि सरकार 2.5 लाख रुपए से ज्यादा के योगदान पर टैक्स लगा रही है.
सरकार ने इस बजट में प्रोविडेंट फंड (PF) में 2.5 लाख रुपए से ज्यादा के सालाना योगदान पर टैक्स नियमों में बदलाव किया है. यही वजह है कि सरकार ऐसे खातों की स्क्रूटनी भी कर रही है.