EPF Account: नौकरीपेशा के लिए EPF अकाउंट को मैनेज करना काफी आसान हो गया है. अब सभी सर्विसेज ऑनलाइन मिलती हैं. पहले नौकरी छोड़ने पर आपको लगभग 2-3 महीने इस बात का इंतजार करना पड़ता था कि एम्प्लॉयर की तरफ से डेट ऑफ एग्जिट कब अपडेट होगी. क्योंकि, इसके अपडेट होने के बाद ही आप अपना पुराना प्रोविडेंट फंड बैलेंस नई कंपनी के PF अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते थे. लेकिन, अब यह प्रक्रिया भी ऑनलाइन है. नौकरी छोड़ने के बाद आप एग्जिट करने (Date of Exit) को ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं. इसके लिए एम्प्लॉयर क इंतजार करने की जरूरत नहीं. EPFO ने इसे लेकर एक ट्वीट भी किया है.
एक कंपनी से दूसरी कंपनी को ज्वाइन करने पर Provident fund ट्रांसफर करना जरूरी होता है. लेकिन, कुछ परिस्थितियों में PF अटक जाता है क्योंकि, जब तक आप डेट ऑफ एग्जिट मेंशन नहीं होगी तब तक आप पैसे को ट्रांसफर या फिर निकाल नहीं सकते. इसलिए जरूरी है इसे समय रहते अपडेट कर लें.
पहले एंप्लॉयर के पास था ये अधिकार
बता दें पहले इसके लिए एंप्लॉयर पर निर्भर रहना होता था. केवल एप्लॉयर के पास ही कर्मचारी के कंपनी ज्वॉइन करने और छोड़ने की तारीख डालने या अपडेट करने का अधिकार था. आइए बताते हैं कैसे डेट ऑफ एग्जिट कर सकते हैं अपडेट…
फॉलो करें ये प्रोसेस
– आपको सबसे पहले इस लिंक https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/ पर जाना होगा.
– यहां आपको UAN, पासवर्ड और कैप्चा कोड डालकर लॉगइन करना होगा.
– इसके लिए याद रहे कि आपका UAN एक्टिव होना चाहिए.
– अब नया पेज ओपन होगा. यहां पर आपको ‘मैनेज’ टैब पर क्लिक करना है.
– अब आपको ‘मार्क एग्जिट’ को सलेक्ट करना है.
– अब आपके सामने ‘सिलेक्ट इंप्लॉयमेंट’ ड्रॉपडाउन आएगा.
– इसमें पुराना PF अकाउंट नंबर चुनें जो आपके UAN से लिंक हो.
– अब उस अकाउंट और नौकरी से जुड़ी डिटेल शो होंगी.
– अब इसमें नौकरी छोड़ने की तारीख और कारण डालें.
– नौकरी छोड़ने के कारणों में रिटायरमेंट, शॉर्ट सर्विस जैसे विकल्प रहेंगे.
– इसके बाद ‘रिक्वेस्ट OTP’ पर क्लिक करें.
– यह आपके आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर आएगा.
– अब निर्धारित स्पेस में OTP डालें और रिक्वेस्ट सबमिट करें.
– प्रॉसेस पूरी होने के बाद नौकरी छोड़ने की तारीख PF खाते में दर्ज होने का मैसेज शो होगा.
सिर्फ एक बार ही कर सकेंगे अपडेट
EPFO Account: बता दें अगर आपने एक बार EPFO सिस्टम में डेट ऑफ एग्जिट अपडेट कर दिया है तो आप उसको बाद में नहीं बदल सकते हैं. यह भी ध्यान रखें कि यदि आपने हाल ही में नौकरी छोड़ी है तो एग्जिट डेट दर्ज करने के लिए आपको 2 महीने का इंतजार करना होगा क्योंकि यह PF में एंप्लॉयर के आखिरी कॉन्ट्रीब्यूशन के 2 महीने बाद ही अपडेट हो सकेगी.
आसानी से ट्रांसफर कर सकेंगे पैसा
अब डेट ऑफ एग्जिट (Date of Exit) एंटर करके आप अपनी पुरानी कंपनी के Provident Fund का पैसा भी आसानी से निकाल सकेंगे. इसके लिए आपको अपनी पुरानी कंपनी के चक्कर काटने की भी जरूरत नहीं हैं.