कौन नहीं चाहता कि वो ज्यादा कमाए, ज्यादा बचाए और रियाटरमेंट के बाद अमीरी में जीवन बिताए. हालांकि, ज्यादातर सैलरीड क्लास को यही चिंता होती है कि कितना भी कमा लो कुछ बचता नहीं. ऐसे में रिटायरमेंट के लिए निवेश कहां से करें. काफी बार सुना जाता है कि प्रोविडेंट फंड (EPF Account) के जरिए ही सैलरीड क्लास की कुछ सेविंग्स हो पाती हैं. क्योंकि, वो भी सैलरी से कटता है इसलिए. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि प्रोविडेंट फंड के पैसे को भी डबल किया जा सकता है. इससे दो फायदे होते हैं. पहला आपका रिटायरमेंट कॉरपस बढ़ता है. दूसरा जितना ज्यादा जमा होगा उस पर उतना ज्यादा ब्याज मिलेगा. EPFO के अंदर आने वाली ज्यादातर कंपनियां ये मौका देती हैं कि आप अपने PF कंट्रीब्यूशन को डबल कर सकते हैं. बस इसके लिए आपको अपना सैलरी स्ट्रक्चर बदलवाना होगा.
खासकर प्राइवेट नौकरी करने वालों के लिए अप्रैल का महीने में काफी खास है. आम तौर पर प्राइवेट सेक्टर में इस महीने कंपनियां सभी इम्प्लॉई के सैलरी स्ट्रक्चर में बदलाव करती हैं. यह कंपनियों में अप्रेजल का वक्त होता है. अगर आप भी नौकरीपेशा हैं तो आप भी EPF के पैसे को इस महीने से डबल कर सकते हैं. आप अपने एम्प्लॉयर से EPF Account में पीएफ कंट्रीब्यूशन को बढ़वा सकते हैं. इससे आपकी इन हैंड सैलरी थोड़ी कम जरूर होगी. लेकिन, बचत और टैक्स के लिहाज से अच्छा विकल्प मिलेगा.
कैसे बढ़ेगा EPF कंट्रीब्यूशन
एम्प्लॉयर आपके EPF कंट्रीब्यूशन को बढ़ाता है तो हर महीने आपके प्रोविडेंट फंड (EPF Account) में ज्यादा पैसा जमा होगा. इससे रिटायरमेंट के वक्त आपका कॉर्पस डबल हो सकता है. फिलहाल, प्रोविडेंट फंड (EPF) में 8.55 फीसदी ब्याज मिलता है. कंट्रीब्यूशन बढ़ेगा तो इससे आपको ब्याज भी ज्यादा मिलेगा. हालांकि, यहां ध्यान रखना होगा कि आपका सालाना कंट्रीब्यूशन 2.5 लाख रुपए से ज्यादा न हो. बजट 2021 में किए प्रावधानों के बाद 2.5 लाख रुपए से ऊपर के जमा पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल हो जाएगा.
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क्या कहता है EPFO का नियम
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पूर्व अस्टिटेंट कमिश्नर एके शुक्ला के मुताबिक, EPFO का नियम हर कर्मचारी को यह छूट देता है कि वो अपनी कंपनी से कहकर अपना पीएफ कंट्रीब्यूशन बढ़वा सकता है. इम्पलॉई प्रॉविडेंट फंड एक्ट (Employee provident fund act) के तहत उसे यह छूट दी जाती है. प्रोविडेंट फंड (Provident fund) में बेसिक सैलरी और डीए का 12 फीसदी कर्मचारी के हिस्से में जमा होता है. इतना ही कंट्रीब्यूशन कंपनी की तरफ से होता है. नियमानुसार, कोई भी कर्मचारी अपने मंथली कंट्रीब्यूशन को बेसिक सैलरी के 100 फीसदी तक बढ़वा सकता है.
अब समझिए कैसे डबल होगा PF का पैसा?
अगर कोई भी कर्मचारी अपने महीने में होने वाले कंट्रीब्यूशन (EPF contribution) को डबल कर ले तो उसके EPF फंड की राशि खुद दोगुनी हो जाएगी. मसलन मौजूदा व्यवस्था में बेसिक सैलरी पर 12 फीसदी पीएफ का योगदान होता है. लेकिन, अगर कर्मचारी इसे बढ़ाकर 24 फीसदी करा ले तो फंड भी डबल हो जाएगा.
कम्पाउंडिंग का मिलेगा फायदा
EPF पर मिलने वाला ब्याज कम्पाउंडिंग (Compound interest) होता है. इसलिए हर साल ज्यादा पैसा जमा होने पर ज्यादा ब्याज कमाने का भी मौका मिलता है. पीएफ पर ब्याज की गणना चक्रवृद्धि ब्याज फार्मूला से होती है. हर साल ब्याज पर ब्याज का फायदा भी मिलेगा. इस तरह आपके रिटायरमेंट के लिए मोटा फंड तैयार हो सकेगा.