मनी सेंट्रल: क्यों महंगी होने लगी चीनी?

देश में इस साल चीनी का उत्पादन घटने की वजह से चीनी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है. बीते एक महीने में कई मंडियों में चीनी का थोक भाव 3900 रुपए प्रति क्विंटल के ऊपर पहुंच गया है.

मनी सेंट्रल: क्यों महंगी होने लगी चीनी?

रुपए में विदेश व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रूस ने अपनी तरफ से हाथ खड़े कर दिए हैं

रुपए में विदेश व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रूस ने अपनी तरफ से हाथ खड़े कर दिए हैं

देश में इस साल चीनी का उत्पादन घटने की वजह से चीनी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है. बीते एक महीने में कई मंडियों में चीनी का थोक भाव 3900 रुपए प्रति क्विंटल के ऊपर पहुंच गया है. इसका असर रिटेल भाव पर पड़ सकता है. इस साल देश में चीनी उत्पादन करीब 9 फीसद घटकर 327 लाख टन अनुमानित है. पिछले साल 357 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था.

देश में इस साल सरसों की रिकॉर्ड उपज की वजह से मंडियों में सरसों का भाव सरकार के तय समर्थन मूल्य से बहुत नीचे पहुंच गया है. भाव में यह गिरावट कुछ राज्यों में सरसों की सरकारी खरीद के बावजूद देखी जा रही है. सरकार ने इस साल सरसों के लिए 5450 रुपए प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य घोषित किया हुआ है. जबकि सबसे बड़े उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में भाव 5 हजार रुपए से भी नीचे है. शुक्रवार को राजस्थान की बारां और कोटा मंडी में औसत भाव 4800 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया. इस साल देश में रिकॉर्ड 128 लाख टन सरसों पैदा होने का अनुमान है. सरकार ने भी किसानों से करीब 27 लाख टन खरीद का लक्ष्य रखा है. शुक्रवार तक 4.7 लाख टन की खरीद हुई भी है. लेकिन भाव पर दबाव बना हुआ है.

दिवालिया याचिका पर जल्द फैसला सुनाए NCLT

कर्ज संकट में फंसी एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट ने NCLT से कहा है कि उसकी दिवालिया याचिका पर जल्द से जल्द फैसला सुनाए. एयरलाइन ने कोर्ट में बताया कि उसे लीज पर प्लेन उपलब्ध कराने वाली कंपनियां अपने प्लेन की वापसी की मांग कर रही हैं. अगर एयरलाइन को ऑपरेशन चालू रखना है तो सभी हवाई जहाजों की जरूरत होगी. गो फर्स्ट को लीज पर प्लेन देने वाली 2 कंपनियों ने डीजीसीए में याचिका दाखिल कर कंपनी से प्लेन वापस दिलाने की बात कही है.

Published - May 9, 2023, 07:36 IST