लेह तक रेल पहुंचाने की लागत 1 लाख करोड़ रुपए, 270 KM सुरंगें बनेंगी

संसद में लेह तक रेल पहुंचाने के सवाल के जवाब में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया जवाब

लेह तक रेल पहुंचाने की लागत 1 लाख करोड़ रुपए, 270 KM सुरंगें बनेंगी

केंद्र सरकार ने लेह तक रेल पहुंचाने के लिए जो सर्वे किया है उसके तहत हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से लेह तक ब्रॉडगेज रेलमार्ग बनाने की लागत करीब 1 लाख करोड़ बैठेगी. बुधवार को संसद में लेह तक रेल पहुंचाने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लिखित में जो जवाब दिया, उसमें यह जानकारी दी गई है. रेलमंत्री की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया है कि बिलासपुर से लेह तक बनने वाला रेलमार्ग 490 किलोमीटर होगा जिसमें 290 किलोमीटर तो सुरंगें ही होंगी. इस रेलमार्ग की कुल लागत 99201.4 करोड़ रुपए बताई गई है.

489 किलोमीटर के इस बिलासपुर-मनाली-लेह ब्रॉडगेज रेलमार्ग की शुरुआत बिलासपुर के बेरी सो होगी और यह संदरनगर, मंडी, मनाली, केलांग से होता हुआ लेह पहुंचेगा. रेलमार्ग पर कुल 40 रेलवे स्टेशन होंगे और 62 सुरंगें बनाई जाएंगी. सभी सुरंगों की कुल लंबाई 290 किलोमीटर होगी. यानी कुल मार्ग का 62 फीसद हिस्सा सुरंगों में तय होगा.

इस रेलमार्ग पर 2 महत्वपूर्ण रेल पुल बनेंगे, 114 बड़े पुल होंगे और 90 छोटे पुल. यह रेलमार्ग पूरी तरह से इलेक्ट्रिक होगा और इसके लिए 2557 हेक्टेयर जमीन इस्तेमाल होगी. रेलमार्ग हिमाचल से शुरू होकर सीधे लद्दाख में पूरा होगा.

लेह के लिए रेलमार्ग को लेकर संसद में रेलमंत्री की तरफ से यह भी बताया गया कि पूर्व में श्रीनगर-करगिल-लेह रेलमार्ग और पठानकोट-लेह रेलमार्ग के लिए भी सर्वे हुआ है. 2016-17 में 480 किलोमीटर के श्रीनगर-करगिल-लेह रेलमार्ग के लिए सर्वे हुआ था. उस समय उसकी लागत 55896 करोड़ रुपए आंकी गई थी. इसी तरह 2017-18 के दौरान 664 किलोमीटर के पठानकोट-लेह रेलमार्ग के लिए भी सर्वे हुआ था और उस समय उसके लिए 70308 करोड़ रुपए की लागत आंकी गई थी.

Published - July 26, 2023, 05:35 IST