सोशल मीडिया के ज़रिए कमाई करने वाले इन्फ्लुएंसर्स पर अब आयकर विभाग की नज़र पड़ गई है. विभाग ने कई ऐसे कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के ख़िलाफ़ जांच शुरू की है जो भारत में रहकर विदेश की लोकेशन से कंटेंट पोस्ट कर आयकर विभाग को चकमा देने की कोशिश कर रहे थे. आयकर विभाग ऐसे लोगों पर ख़ास नज़र रख रहा है जिन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर किसी कंपनी के लिए प्रोमोशनल पोस्ट किया और बदले पैसे भी लिए लेकिन उसके हिसाब से इनकम टैक्स रिटर्न फ़ाइलिंग में टैक्स या तो काफी कम या बिल्कुल भी नहीं दिखाया.
पिछले हफ्ते केरल में क़रीब 10 यूट्यूबर और सोशल मीडिया से जुड़े कई दूसरे लोगों के बारे में आयकर विभाग को टैक्सी चोरी की जानकारी मिली थी, जिसके बाद कार्रवाई शुरू की गई है. बताया गया है कि इन लोगों को नोटिस भी जारी किए गए थे. इन व्यक्तियों की तलाश करने और कुछ अन्य को नोटिस जारी करने से पहले विभाग ने स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) डाटाबेस का भी इस्तेमाल किया गया था. अब विभाग के रडार पर कुछ मशहूर हस्तियां भी हैं.
अनुमान है कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का ये बाजार 900 करोड़ रुपए के आसपास है. वहीं 2025 तक इसका आकार बढ़कर 2,200 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. बता दें इससे पहले सरकार ने सोशल मीडिया पर पेड प्रमोशन करने वाले इन्फ्लुएंसर्स के लिए गाइडलाइन जारी की थी. इसमें कहा गया था कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर को अपने ब्रांड एसोसिएशन या पेड प्रमोशन की घोषणा करनी होगी. अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा.