भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में लिए गए फैसले की घोषणा आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 8 अगस्त को कर दी. रेपो रेट में बदलाव न करने के अलावा उन्होंने वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-मार्च) के लिए महंगाई दर अनुमान को भी 4.5% पर अपरिवर्तित रखने की बात कही. दास ने कहा कि मूल्य स्थिरता के बिना विकास नहीं हो सकता है. कोर महंगाई भले ही कम हुई हो, लेकिन खाद्य महंगाई के बढ़ने की वजह से लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल हो सकता है, ऐसे में इस पर नजर बनाए रखनी होगी.
कब मिलेगी खाद्य महंगाई से राहत?
एमपीसी बैठक में लिए गए निर्णय की घोषणा करते हुए दास ने कहा कि मानसून में तेजी और खरीफ फसल की अच्छी बुवाई से खाद्य महंगाई में राहत मिलने की उम्मीद है. उन्होंने जुलाई-सितंबर 2024 में महंगाई दर अनुमान 4.4%, अक्टूबर-दिसंबर 2024 में 4.7%, जनवरी-मार्च 2025 में 4.3% और अप्रैल-जून 2025 में इसे 4.4% रखा है. उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य का दृष्टिकोण सकारात्मक है, लेकिन मध्यम अवधि की वैश्विक वृद्धि के लिए अभी भी कई चुनौतियां हैं. जून में महंगाई दर अभी भी आरबीआई के 4 फीसद के लक्ष्य से ज्यादा है. वर्तमान में महंगाई दर 5% से ज्यादा हो गई है. खाद्य पदार्थों की कीमतों में हो रही वृद्धि से लगातार दबाव बढ़ रहा है.
कितनी बढ़ी महंगाई दर?
भारत की खुदरा महंगाई दर जून 2024 में बढ़कर 5.08% हो गई, जबकि मई में यह 4.80% थी. आंकड़ों के मुताबिक खाद्य और पेय पदार्थों के दाम बढ़ने की वजह से महंगाई दर में वृद्धि हुई है. पिछले 12 महीनों में खाद्य महंगाई दर औसतन 8% रही है, जबकि कोर महंगाई दर यानी सीपीआई मई में 3.07% की तुलना में बढ़कर 3.13% हो गया. जून में ग्रामीण और शहरी दोनों में महंगाई में इजाफा हुआ है. ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई दर जहां बढ़कर 5.66% हो गई है, वहीं शहरी महंगाई दर जून 2024 में बढ़कर 4.39% हो गई.
कितनी रहेगी GDP ग्रोथ?
शक्तिकांत दास ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए GDP वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ के अनुमानों में बदलाव करते हुए सभी तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ को कम किया गया है. पहली तिमाही के लिए जीडीपी को 7.3 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी कर दिया गया है, वहीं दूसरी तिमाही के लिए इसे 7.2 फीसदी, तीसरी तिमाही के लिए 7.3 फीसदी और चौथी तिमाही के लिए 7.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.
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