केंद्र की खुली बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत बुधवार को ताजा नीलामी में गेहूं की बिक्री कीमतों में बड़ा उछाल दर्ज किया गया है. ऐसे में यह संकेत मिल रहे हैं कि सरकार की ओर से अतिरिक्त 50 लाख टन गेहूं और 25 लाख टन चावल जारी करने के ऐलान के बाद अगले दौर में ज्यादा मात्रा की पेशकश की जा सकती है.
ऑफर किए गए 1.09 लाख टन में से 1.08 लाख टन गेहूं की बिक्री 2,254.71 प्रति क्विंटल के औसत भाव पर हुई. महाराष्ट्र में नीलामी के दौरान सबसे ज्यादा भाव पर यानी 2,685 रुपए प्रति क्विंटल पर गेहूं की बिक्री हुई. पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में गेहूं की सबसे ज्यादा बोली 2,500 रुपए प्रति क्विंटल थी, दो खरीदारों की ओर से इसके लिए बोली लगाई गई थी.
कारोबारी सूत्रों के मुताबिक पुणे डिपो से कृष्णा माई फूड इंडस्ट्रीज ने 2,685 रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर 10 टन गेहूं खरीदा. इसके बाद पुणे से ही सांगली रोलर फ्लोर मिल्स ने 2,680 रुपए के भाव पर 100 टन गेहूं खरीदा. पश्चिम बंगाल में गेहूं के लिए सबसे ऊंची बोली 2,600 रुपए प्रति क्विंटल, असम में 2,575 रुपए, मध्य प्रदेश में 2,430 रुपए, झारखंड में 2,420 रुपए, राजस्थान में 2,415 रुपए, ओडिशा में 2,400 रुपए, उत्तराखंड में 2,380 रुपए, बिहार में 2,375 रुपए और गुजरात में 2,320 रुपए की बोली थी.
हालांकि मौजूदा नीलामी में चावल की मात्रा बढ़कर 1,500 टन हो गई थी, जबकि उसके पिछले राउंड में यह आंकड़ा सिर्फ 150 टन का था. सरकार ने अगले राउंड से चावल के रिजर्व प्राइस को 200 रुपए प्रति क्विंटल घटाकर 2,900 रुपए प्रति क्विंटल करने का फैसला किया है. मौजूदा राउंड में चावल का औसत भाव 3,163.53 रुपए प्रति क्विंटल था लेकिन यह 5 जुलाई के पहले दौर से कम है जबकि वास्तविक दर 3,175.35 रुपए प्रति क्विंटल थी. सरकार को उम्मीद थी कि गैर बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध के बाद कीमतों में गिरावट आएगी, लेकिन इसके विपरीत कीमतों में बढ़ोतरी होने लग गई.