भारत चीनी निर्यात पर प्रतिबंध लगा सकता है. भारत के इस कदम के बाद वैश्विक सप्लाई में कमी आने की आशंका बढ़ गई है. बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मॉनसून सीजन में बरसात कमजोर रहने की वजह से दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक देश में गन्ने की फसल प्रभावित होने के बाद इस कदम के उठाए जाने की आशंका है. ऐसा माना जा रहा है कि नवंबर के पहले हफ्ते में निर्यात पर प्रतिबंध को लेकर अधिसूचना जारी हो सकती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले नए सीजन के दौरान दक्षिण एशियाई देश द्वारा निर्यात पर अंकुश लगाने की संभावना है और जल्द ही इसको लेकर निर्णय लिया जा सकता है. उनका कहना है कि हालांकि अगर घरेलू बाजार में सप्लाई में सुधार होता है तो कुछ विदेशी बिक्री के लिए कोटा जारी किया जा सकता है. बता दें कि बीते 5 साल में भारत में मॉनसून कमजोर रहा है और कृषि उत्पादन में कोई भी गिरावट सरकार पर चुनावों से पहले महंगाई पर नियंत्रण करने का दबाव बढ़ सकता है.
चीनी के निर्यात पर अंकुश से बाजार पर दबाव पड़ेगा. साथ ही न्यूयॉर्क और लंदन में वायदा कारोबार में तेजी आने की संभावना है. गौरतलब है कि भारत मुख्य रूप से इंडोनेशिया, बांग्लादेश, मलेशिया, सूडान, सोमालिया और संयुक्त अरब अमीरात समेत अन्य देशों को चीनी का निर्यात करता है. ISMA के मुताबिक 2023-24 के दौरान देश में 317 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है और करीब 55 लाख टन चीनी का पुराना स्टॉक भी है यानी कुल सप्लाई 372 लाख टन रह सकती है, जबकि घरेलू मांग 280 लाख टन के करीब रहने का अनुमान है