केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने बैंकिंग और वित्तीय धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए सलाहकार बोर्ड (ABBFF) का पुनर्गठन किया है. यह सलाहकार बोर्ड सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों को जांच के लिए सिफारिश या संदर्भ दिए जाने से पहले बैंकिंग फ्रॉड की प्रथम स्तर पर जांच करता है. पूर्व केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (CVC) सुरेश एन. पटेल को सलाहकार बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
सीवीसी की ओर से जारी एक आदेश के मुताबिक पुनर्गठित बोर्ड में अध्यक्ष के अलावा चार अन्य सदस्य हैं. अध्यक्ष/सदस्यों का कार्यकाल 21 अगस्त से 2 साल के लिए होगा. सलाहकार बोर्ड के चार सदस्यों में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी रविकांत, बीएसएफ के पूर्व महानिदेशक रजनीकांत मिश्रा, एक्ज़िम बैंक के पूर्व एमडी डेविड रस्किन्हा और इंडियन ओवरसीज बैंक के पूर्व एमडी एवं सीईओ पार्थ प्रतिम सेनगुप्ता हैं.
सलाहकार बोर्ड के पास तीन करोड़ रुपए या उससे अधिक की धोखाधड़ी के मामले की जांच का अधिकार होगा. बोर्ड सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों, सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कपंनियों और सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों के सभी स्तर के अधिकारियों और पूर्णकालिक निदेशकों (पूर्व अधिकारियों/पूर्व-पूर्णकालिक निदेशकों सहित) की भूमिका की जांच का अधिकार दिया गया है.