बिक्री में गिरावट और ईवी निर्माताओं के बीच कीमतों को लेकर चल रही प्रतिस्पर्धा के दवाब के चलते टेस्ला बड़े पैमाने पर अपने कर्मचारियों को नौकरी से हटा रही है. कंपनी ने मंगलवार को टेक्सास और कैलिफोर्निया में 6 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है. पिछले हफ्ते टेस्ला ने अपने वैश्विक कार्यबल में 10% से अधिक की कटौती की घोषणा की है.
छंटनी के तहत बफ़ेलो, न्यूयॉर्क परिसर में 285 कर्मचारियों को हटाया जाएगा. इसमें लेबलिंग टीम शामिल है. कंपनी ने छंटनी को लेकर नोटिस जारी किया था, जिसमें बताया गया कि 14 जून से कैलिफोर्निया में 3,332 नौकरियों में कटौती की जाएगी, वहीं टेक्सास में 2,688 पदों को खत्म किया जाएगा. कंपनी की फाइलिंग के अनुसार, टेस्ला की कर्मचारियों की संख्या पिछले साल के अंत में 140,000 से अधिक थी, जो 2021 के अंत में लगभग 100,000 थी. अमेरिकी श्रम कानून के तहत टेक्सास और कैलिफ़ोर्निया राज्यों को नोटिस में कहा गया था कि 100 या अधिक कर्मचारियों वाली कंपनियों को बंद करने या बड़े पैमाने पर छंटनी करनेसे 60 दिन पहले सूचित करना जरूरी होगा.
गिरावट की वजह
टेस्ला अपने पुराने मॉडलों को अपडेट करने में धीमा रहा है. रेट ज्यादा बढ़ने की वजह से ग्राहकों की रुचि टेस्ला की कारें खरीदने में कम हुई है. वहीं दुनिया के सबसे बड़े ऑटो बाजार चीन में प्रतिद्वंद्वी कंपनियां सस्ते मॉडल पेश कर रही हैं. ग्राहक भी तेजी से कम-महंगे गैसोलीन-हाइब्रिड वाहन खरीदना पसंद कर रहे हैं क्योंकि वे अधिक ड्राइविंग रेंज प्रदान करते हैं. इन तमाम वजहों से टेस्ला को नुकसान हो रहा है, कंपनी खर्चों में कटौती करने और खुद को अपग्रेड करने के लिए छंटनी कर रही है.
टेस्ला का बदला प्लान
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका स्थित इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला मैक्सिको और भारत में नए कारखानों में निवेश करने का प्लाना टाल सकती है. वो इस साल के अंत में ज्यादा किफायती और नए वाहन बनाने के लिए अपने मौजूदा कारखानों का उपयोग करने की योजना बना रही है. कंपनी,का लक्ष्य 2023 तक उत्पादन को 50% तक बढ़ाना है और नए मैन्यूफैक्चरिंग प्रोजेक्ट पर विचार करने से पहले 3 मिलियन वाहनों के करीब पहुंचना है.