आरबीआई की ओर से पेटीएम पेमेंट बैंक की सेवाएं प्रतिबंधित किए जाने के बाद से इसकी यूपीआई सेवाओं को लेकर सवाल उठने लगे थे. मगर आरबीआई ने शुक्रवार को इस पर अपना रुख साफ कर दिया है. केंद्रीय बैंक ने नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) को पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस की ओर से थर्ड पार्टी शिफ्ट को लेकर दिए अनुरोध की जांच करने को कहा है.
साथ ही RBI ने NPCI से कहा है कि वपह पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर हाई वॉल्यूम के UPI ट्रांजैक्शन्स की क्षमता रखने वाले 4-5 बैंकों के सर्टिफिकेशन की सुविधा प्रदान करे. इससे पेटीएम को यूपीआई सर्विस जारी रखने में मदद मिलेगी. RBI के निर्देश के मुताबिक 15 मार्च से पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) बंद हो जाएगा. ऐसे में पेटीएम को UPI ट्रांजैक्शन पहले की तरह बरकरार रखने के लिए थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) की जरूरत पड़ेगी. आरबीआई ने सलाह दी है कि अगर एनपीसीआई ओसीएल को टीपीएपी का दर्जा देता है, तो परेशानी से बचने के लिए पेटीएम को अपने पेमेंट्स बैंक से नए पहचाने गए बैंकों के एक समूह में शिफ्ट करना होगा.
बता दें भारतीय रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी से यूपीआई सहित विभिन्न प्लेटफार्मों और सभी बुनियादी भुगतान सेवाओं को बंद करने का आदेश दिया था. इसके तहत पेटीएम पेमेंट्स बैंक की ओर से जारी किए गए FASTag भी काम नहीं करेंगे. इसके बाद से ही पेटीएम यूपीआई सर्विस जारी रखने के लिए नए रास्ते तलाश रही है.