मुंबई बना अरबपतियों का गढ़, बीजिंग को भी छोड़ा पीछे

हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट के अनुसार, मुंबई में कुल मिलाकर 92 अरबपतियों के घर हैं, जबकि बीजिंग में यह संख्या 91 है.

मुंबई बना अरबपतियों का गढ़, बीजिंग को भी छोड़ा पीछे

भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई ने अरबपतियों (Billionaires) की संख्या के मामले में चीन के बीजिंग को भी पीछे छोड़ दिया है. मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया में सबसे अधिक अरबपति मुंबई में रहते हैं. हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट (Hurun Global Rich List) के अनुसार, मुंबई में कुल मिलाकर 92 अरबपतियों के घर हैं, जबकि बीजिंग में यह संख्या 91 है. इस लिस्‍ट के अनुसार, भारत में 271 अरबपति हैं, जबकि चीन में यह संख्या 814 है. ग्‍लोबल लेवल पर देखें तो अरबपतियों की संख्‍या के मामले में मुंबई तीसरे स्‍थान पर है. अमीरों की यह सूची भारत में बढ़ती असमानता पर चिंता व्यक्त करने वाली एक रिपोर्ट के कुछ दिन बाद आई है.

‘भारत में इनकम और वेल्‍थ असमानता, 1922-2023: अरबपति राज का उदय’ शीर्षक वाली एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में टॉप एक फीसद आबादी के पास 2023 में 40 फीसद संपत्ति थी, जबकि 2000 की शुरुआत में यह आंकड़ा 22.6 फीसद था.

हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट (Hurun Global Rich List) रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी ने 115 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति के साथ सबसे अमीर भारतीय के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा है. अंबानी की संपत्ति में पिछले साल 40 फीसद या 33 अरब डॉलर का इज़ाफा हुआ.

रिपोर्ट में कहा गया कि शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद हुए नुकसान की कुछ हद तक भरपाई करने में गौतम अडानी सफल रहे हैं और पिछले साल उनकी कुल संपदा में 62 फीसद का इजाफा हुआ. वैश्विक स्तर पर, टेस्ला के मालिक एलन मस्क इस लिस्‍ट में टॉप पर हैं. अंबानी 231 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति के साथ सूची में 10वें स्थान पर हैं जबकि अडानी 15वें स्थान पर हैं.

रिपोर्ट में कहा गया कि भारत ने नए अरबपतियों के मामले में भी चीन को पीछे छोड़ दिया. भारत से सूची में 94 नए नाम शामिल हुए, जबकि चीन से 55 नए नाम शामिल हुए. वैश्विक आर्थिक चुनौतियों को मात देते हुए भारत की कुल संपदा पिछले साल 51 प्रतिशत बढ़ी है.

Published - March 26, 2024, 04:55 IST