मर्सिडीज-बेंज ने इस साल कमाई में तोड़ा रिकॉर्ड, फिर भी खुश नहीं कंपनी

लग्‍जरी कार ब्रांड ने 31 मार्च को समाप्त वित्तीय वर्ष में 10,000 करोड़ रुपए की रिकॉर्ड कमाई की

मर्सिडीज-बेंज ने इस साल कमाई में तोड़ा रिकॉर्ड, फिर भी खुश नहीं कंपनी

इन दिनों लोगों की लग्‍जरी कारों में बढ़ती दिलचस्‍पी ने कार कंपनियों की खूब चांदी कराई है. इसका सबूत मर्सिडीज-बेंज इंडिया की बिक्री से लगाया जा सकता है. इस लग्‍जरी कार ब्रांड ने 31 मार्च को समाप्त वित्तीय वर्ष में 10,000 करोड़ रुपए की रिकॉर्ड कमाई की. कंपनी ने डेढ़ करोड रुपए (एक्स-शोरूम) से ज्‍यादा महंगे मॉडलों की कारें बेची हैं. हालांकि अभी भी बिक्री का स्‍तर वित्त वर्ष 2019 के प्री-कोविड वर्ष तक नहीं पहुंचा है.

कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के साथ कंपनी की फाइलिंग के अनुसार वित्‍त वर्ष 2023 में, जर्मन लक्जरी कार निर्माता की स्थानीय शाखा ने 16,497 वाहन बेचे, जो पिछले वर्ष की तुलना में 38% अधिक है, लेकिन वित्‍त वर्ष19 में बेचे गए 18,211 वाहनों से कम है. डेटा के अनुसार वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की प्रति वाहन औसत प्राप्ति 20% बढ़कर 62 लाख रुपए हो गई, जबकि राजस्व 64% बढ़कर 10,450 करोड़ रुपए हो गया. वहीं इस वर्ष शुद्ध लाभ 91% बढ़कर 884 करोड़ रुपए हो गया.

भारत में एएसपी तेजी से वैश्विक औसत के बराबर पहुंच रहा है. एसएंडपी ग्लोबल मोबिलिटी के निदेशक पुनीत गुप्ता का कहना है कि एएसपी में तेजी भारतीय बाजार के लिए बहुत सकारात्मक संकेत है. यह वैश्विक कार निर्माताओं को भारत में अधिक निवेश करने के लिए प्रेरित करेगा. बता दें मर्सिडीज का ऑपरेशनल लाभ मार्जिन लगातार दूसरे वर्ष दोहरे अंक में रहा. वित्त वर्ष 2023 में एबिटा मार्जिन 13.4% दर्ज किया गया, जो इसी अवधि में भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी से लगभग 3.54 प्रतिशत अंक अधिक है.

मर्सिडीज पिछले चार वर्षों में अपने पोर्टफोलियो में टॉप-एंड वाहनों की हिस्सेदारी में लगातार वृद्धि से फायदा उठा रही है. कुल बिक्री में टीईवी की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023 में दोगुनी होकर 26% हो गई, जो वित्त वर्ष 2019 में 13% थी. टीईवी में जीएलएस, एस-क्लास, एस-क्लास मेबैक, जीएलएस मेबैक, एएमजी और ईक्यूएस जैसे मॉडल शामिल हैं.

Published - October 20, 2023, 12:14 IST