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Paytm IPO की लिस्टिंग डिस्काउंट पर होगी या प्रीमियम पर? अनलिस्टेड शेयर होल्डर्स की चिंता बढ़ी php // echo get_authors();
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अनलिस्टेड मार्केट के कुछ ब्रोकर्स ने पॉलिसीबाजार और पेटीएम के शेयर हाई-वैल्यू पर बेच के निवेशकों को फंसा दिया.
Updated On - November 16, 2021 / 04:18 PM IST
सेबी के नियम के मुताबिक, लिस्टिंग के छह महीने तक कंपनी के अनलिस्टेड शेयर बेच नहीं सकते.
Paytm Unlisted Share-Holders in Sleepless Night: तगड़ा मुनाफा कमाने के चक्कर में उच्च स्तर पर पेटीएम और पॉलिसीबाजार के अनलिस्टेड शेयर खरीदने वाले निवेशक की चिंता बढ़ चुकी है. सोमवार को पॉलिसीबाजार के लिस्टिंग के बाद अब पेटीएम के ऐसे अनलिस्टेड शेयरहोल्डर्स चिंता में डूब गए हैं, जिन्होंने अनलिस्टेड शेयर 3,000 रूपये से अधिक कीमत में खरीदे थे, क्योंकि उसका IPO ऑफर भाव 2,150 रूपये है. अगर पेटीएम की लिस्टिंग 3,000 से अधिक कीमत पर नहीं हुई तो उच्च कीमत पर अनलिस्टेड शेयर खीरदने वाले निवेशकों को अपने खरीद भाव तक पहुंचने के लिए लंबा इंतजार करना होगा, क्योंकि सेबी के नियम के मुताबिक, छह महीने तक अनलिस्टेड शेयर बेच नहीं सकते हैं.
अनलिस्टेड मार्केट के ब्रोकर्स के मुताबिक, कई डीलर्स ने मुनाफा कमाने के लिए निवेशकों को पॉलिसीबाजार और पेटीएम के अनलिस्टेड शेयरों में हाई-वैल्यूएशन पर डील करवाई थी. उन्हें स्टार्टअप्स की चांदनी दिखाकर उच्च कीमत पर शेयर बेचे गए थे, लेकिन इन कंपनियों के IPO ऑफर भाव अनलिस्टेड शेयर के मुकाबले 50 फीसदी से ज्यादा कम है. यानी, शेयर की लिस्टिंग 50 फीसदी प्रीमियम में होगी तभी उन्हें अपने खरीदारी वाली कीमत मिल पाएगी.
हाल ही में फिनो पेमेंट्स बैंक का लिस्टिंग डिस्काउंट में हुआ और सोमवार को पॉलिसीबाजार ने भी सिर्फ 17 फीसदी तक प्रीमियम में लिस्टिंग किया, जो IPO में निवेश करने वालों के लिए तो अच्छा है, लेकिन 2,200 रूपये में अनलिस्टेड शेयर खरीदने वालों के लिए बुरा है. अब पेटीएम के अनलिस्टेड शेयर 3,000-3,700 रूपये की कीमत में खरीदने वाले निवेशक सबसे ज्यादा चिंता में हैं. पेटीएम का ग्रे मार्केट प्रीमियम भी सिर्फ 30-50 रूपये है, वहीं कुछ ब्रोकर्स को डिस्काउंट पर लिस्टिंग होने की उम्मीद है.
सेबी के नियम के मुताबिक, यदि आपके पास किसी कंपनी के अनलिस्टेड शेयर हैं और यह कंपनी शेयर बाजार पर लिस्ट होती हैं, तो लिस्टिंग तारीख से छह महीने तक आप अपने अनलिस्टेड शेयर नहीं बेच सकते. यानी, इस अवधि तक आपको लिक्विडिटी रिस्क का सामना करना पडता है. मान लीजिए, आपने अक्टूबर के अंत में पेटीएम के अनलिस्टेड शेयर 3,300 रूपये प्रति शेयर की कीमत पर खरीदे थे. अब पेटीएम का IPO आ चुका है और गुरुवार को कंपनी का लिस्टिंग होने वाला है. अगर, कंपनी का लिस्टिंग ऑफर प्राइस (अपर प्राइस बेंड 2,150) से प्रीमियम में होगा तो अच्छी बात है, लेकिन डिस्काउंट में होगा तो घाटा बढ़ेगा. ऐसे में अगर आप घाटा करके भी शेयर बेचना चाहते हैं, तो भी नहीं बेच पाएंगे, क्योंकि आपको छह महीने तक इंतजार करना होगा.
कुछ अच्छे ब्रोकर्स ने पॉलिसीबाजार, पेटीएम जैसे अति उच्च-वैल्यूएशन पर पहुंच गए अनलिस्टेड शेयर्स से दूर रहने की सलाह दी थी, लेकिन कुछ ब्रोकर्स ने ज्यादा कीमत में ऐसे रिस्की अनलिस्टेड शेयर बेचके निवेशकों को फंसा दिया हैं. निवेशकों को अनलिस्टेड मार्केट में डील करने से पहले नियमों को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए और समझदारी के साथ पैसा लगाना चाहिए, ऐसा unlistedarena.com के को-फाउंडर अभय दोशी बताते हैं.
यह उन निवेशकों के लिए एक बड़ी सीख है जो बिना उचित परिश्रम के अनलिस्टेड मार्केट में और सिर्फ अफवाहों के आधार पर सौदा करते हैं. यह मार्केट अधिक अस्थिर और जोखिम भरा है, और धन सृजन के लिए बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है.
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