RBI Manufacturing companies survey: रिज़र्व बैंक ने मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों के तिमाही ऑर्डर बुक, इन्वेंट्री और क्षमता उपयोग सर्वे का अगला दौर शुरू किया है, जो मौद्रिक नीति निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण इनपुट है. केंद्रीय बैंक ने कहा, सर्वे का 65वां दौर जनवरी-मार्च 2024 के लिए है.
रिज़र्व बैंक 2008 से तिमाही आधार पर मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की ऑर्डर बुक, इन्वेंट्री और कैपिसिटी यूटिलाइजेशन सर्वे (OBICUS) आयोजित कर रहा है. सर्वे में इकट्टी की गई जानकारी में तिमाही के दौरान मिले नए ऑर्डर, तिमाही की शुरुआत में ऑर्डर का बैकलॉग और तिमाही के अंत में लंबित ऑर्डर पर मात्रात्मक डेटा शामिल है.
कैपिसिटी यूटिलाइजेशन का अनुमान
यह तिमाही के अंत में तैयार माल, कार्य-प्रगति (वर्क इन प्रोगरेस) और कच्चे माल की इन्वेंट्री के बीच मात्रा और मूल्य के संदर्भ में उत्पादन के साथ कुल इन्वेंट्री पर डेटा भी इकट्ठा करता है. इन प्रतिक्रियाओं से कैपिसिटी यूटिलाइजेशन का अनुमान लगाया जाता है.
कंपनी-स्तरीय डेटा गोपनीय
रिज़र्व बैंक ने कहा, “सर्वे मौद्रिक नीति निर्माण के लिए मूल्यवान इनपुट प्रदान करता है.” जबकि सर्वे के निष्कर्ष आरबीआई द्वारा प्रकाशित किए जाते हैं, यह कंपनी-स्तरीय डेटा को गोपनीय मानता है और कभी भी इसका खुलासा नहीं किया जाता है. अगली द्विमासिक मौद्रिक नीति 5 से 7 जून, 2024 तक आयोजित होने वाली है.