इंदौर स्थित प्रताप स्नैक्स को खरीदने में एफएमसीजी दिग्गज आईटीसी ने दिलचस्पी दिखाई है. सूत्रों के मुताबिक आईटीसी, प्रताप स्नैक्स में पीक एक्सवी पार्टनर्स की 47 फीसद हिस्सेदारी खरीद सकता है. इसके लिए मूल्यांकन किया जा रहा है. इससे पहले हल्दीराम और बीकाजी फूड्स ने भी इसकी हिस्सेदारी खरीदने का मन बनाया था, लेकिन डील नहीं हो पाई थी.
प्रताप स्नैक्स को येलो डायमंड चिप्स और अवध ब्रांड के तहत पारंपरिक भारतीय नमकीन के लिए जाना जाता है. चूंकि पीक XV इस घरेलू नमकीन कंपनी से अपने 13 साल पुराने निवेश से बाहर निकलना चाहता है ऐसे में दूसरी एफएमसीजी कंपनियां हिस्सेदारी लेने के लिए बातचीत कर रही हैं. बता दें बायआउट फंड केकेआर, टीए एसोसिएट्स और एपैक्स उन अन्य फंडों में से हैं, जिन्हें पीक XV की ओर से किए निवेश से पूरी तरह एग्जिट करना चाहते हैं. कंपनी को बेचने के लिए उन्होंने डॉयचे बैंक को हायर किया है. अगर लेनदेन सफल रहता है तो इंदौर स्थित कंपनी के अतिरिक्त 26% हिस्सेदारी के लिए एक ओपन ऑफर मिलेगा.
बिंगो चिप्स और दूसरी नमकीन बेचने वाली आईटीसी का मानना है कि प्रताप स्नैक्स की क्षेत्रीय इलाकों में अच्छी पकड़ है. ऐसे में इसकी हिस्सेदारी खरीदने से स्थानीय क्षेत्र में विस्तार में कंपनी को फायदा मिलेगा. FY23 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, प्रताप स्नैक्स 15 मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट संचालित करता है, जिनमें से सात कंपनी के स्वामित्व वाली हैं और आठ कॉन्ट्रैक्ट निर्माता हैं.
स्नैक्स बाजार में बढ़ोतरी
मार्केट रिसर्च कंपनी IMARC ग्रुप की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय स्नैक्स बाजार पिछले साल 42,694.9 करोड़ रुपए का था और 2032 तक इसके दोगुने से अधिक होने का अनुमान है. डेटा के अनुसार मौजूदा आंकडा बढ़कर 95,521.8 करोड़ रुपए हो सकता है. हालांकि तेजी से बढ़ते बाजार के बावजूद स्नैक इंडस्ट्री काफी प्रतिस्पर्धी बना हुआ है.