Small savings scheme interest rate:
चुनाव से पहले लघु बचत योजना के निवेशकों को सरकार ने निराश किया है. अप्रैल-जून के लिए किसी भी लघु बचत योजना की ब्याज दरें नहीं बढ़ाई गई हैं. अप्रैल-जून 2024 की तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं के ब्याज दरों को सरकार ने अपरिवर्तित रखा है. चुनाव से पहले लोगों को ये उम्मीद थी कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) के ब्याज दरों में इजाफा किया जा सकता है. अप्रैल 2020 से PPF की ब्याज दरें 7.1 फीसद पर स्थिर हैं.
इसका मतलब है कि 1 अप्रैल से 30 जून तक आपको पुरानी दरों (वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही की ब्याज दरें) से ही ब्याज मिलता रहेगा. छोटी बचत योजनाओं में सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम (SCSS), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC), पीपीएफ (PPF), किसान विकास पात्र (KVP) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) जैसी निवेश योजनाएं शामिल है.
किस बचत योजना पर कितना है ब्याज?
आइये अब आपको बताते हैं कि वर्तमान में किस छोटी बचत योजना पर कितना ब्याज मिल रहा है. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा राशि पर 8.2 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है. वहीं, तीन साल के फिक्स्ड डिपॉजिट पर 7.1 फीसद ब्याज मिलेगा. पीपीएफ और बचत जमा पर भी ब्याज दरें क्रमश: 7.1 फीसद और 4 फीसद पर बरकरार रखी गई हैं. किसान विकास पत्र का ब्याज दर 7.5 फीसद ही रहेगी और निवेश 115 महीनों में परिपक्व होगा. राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पर ब्याज दर 7.7 फीसद रहेगी. मंथली इनकम स्कीम पर निवेशकों को 7.4 फीसद से ब्याज मिलेगा
सरकार हर तिमाही छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को अधिसूचित करती है. रिजर्व बैंक ने मई 2022 से बेंचमार्क लेंडिंग रेट को 2.5 फीसद बढ़ाकर 6.5 फीसद कर दिया है, जिससे बैंकों को जमा पर ब्याज दरें भी बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया है. हालाकि, RBI ने इस साल फरवरी से लगातार पिछली 5 मौद्रिक नीति समिति की बैठकों में नीतिगत दर पर पहले जैसी स्थिति बनाए रखी है.