तीन दशक पहले भारत आई मशहूर जींस कंपनी Levi’s के लिए अब ये देश एशिया का सबसे बड़ा बाजार बन गया है. वहीं वैश्विक स्तर पर यह छठा सबसे बड़ा बाजार है. यही वजह है कि Levi’s ब्रांड ने इस बाजार में महामारी से पहले के राजस्व स्तर की तुलना में लगभग 50% की वृद्धि की है. यह बात लेवी स्ट्रॉस एंड कंपनी के अध्यक्ष मिशेल गैस ने कही. उनका कहना है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था में से एक है. यहां व्यापार के लिए अपार संभावनाए हैं.
सैन फ्रांसिस्को स्थित इस जींस निर्माता कंपनी का मानना है कि भारत प्रमुख उपभोक्ता बाजारों में से एक है. भारत 2023 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है. यहां के 30 वर्ष से कम उम्र की आधी से अधिक आबादी के साथ कंपनी भारत को महत्वपूर्ण विकास अवसरों के रूप में देखती है. आंकड़ों के अनुसार, कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में भारत में शुद्ध बिक्री में 58% की सालाना वृद्धि दर्ज की, जो करीब 1,154 करोड़ रुपए की थी.
भारत मुख्य रूप से एक फ्रेंचाइजी बाजार है. उदाहरण के लिए महामारी के दौरान कंपनी की फ्रेंचाइजी ने लॉन्ग टर्म के लिए फायदा उठाने के लिए भारत भर के प्रमुख मॉलों में लेवी के ब्रांड स्क्वायर फुटेज को दोगुना कर दिया. पिछले एक दशक में, इसने फ्रेंचाइजी को 80 से घटाकर दो दर्जन तक सीमित कर दिया है.इसने कुछ कंपनी-स्वामित्व वाली और संचालित दुकानें खोली हैं जो औसत 2,000 वर्ग फुट स्टोर आकार से काफी बड़ी हैं. लेवी का कहना है कि दुनिया भर के प्रमुख बाजारों में प्रत्येक बॉटम के लिए तीन से अधिक टॉप बेचे जाते हैं, जबकि भारत में लोग हर टॉप के लिए एक बॉटम खरीदते हैं. यही वजह है कि यहां जींस की बिक्री अच्छी है. कंपनी इस समय गैर-डेनिम कपड़ों और महिलाओं के परिधान को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है.