आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एनर्जी ऑपर्च्युनिटीज फंड के लॉन्च की घोषणा की है. यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है और जो मुख्य रूप से एनर्जी थीम में निवेश करेगी. इस स्कीम का उद्देश्य ट्रेडिशनल और नए एनर्जी उद्योगों/सेक्टरों के साथ-साथ संबद्ध व्यवसायों (Allied Businesses) में ग्रोथ से जुड़ी या उससे लाभ पाने वाली कंपनियों की इक्विटी और इक्विटी-संबंधित इंस्ट्रूमेंट में मुख्य रूप से निवेश करके लंबी अवधि में कैपिटल में बढ़ोतरी करना है.
स्कीम लॉन्च के अवसर पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के ईडी और सीआईओ तथा इस स्कीम के फंड मैनेजर एस नरेन ने कहा कि एनर्जी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट और आर्थिक विकास की नींव है. रिन्यूएबल एनर्जी की दुनिया में हो रहे बदलाव और सरकार के नेट ज़ीरो एमिशन को प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ साथ यह एनर्जी थीम महत्वपूर्ण ग्रोथ की क्षमता भी उपलब्ध कराता है. इस स्कीम के माध्यम से, निवेशक एनर्जी वैल्यू चेन में कंपनियों के डायवर्सिफायड पोर्टफोलियो तक एक्सेस प्राप्त कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि निफ्टी एनर्जी इंडेक्स ने हाल ही में बाजार से बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन वैल्यूएशन अब भी उचित बना हुआ है. निवेशक लंबी अवधि के नजरिये से इस स्कीम में निवेश पर विचार कर सकते हैं.
इस स्कीम का प्रबंधन एस नरेन और नित्या मिश्रा द्वारा किया जाएगा और इस स्कीम के लिए बेंचमार्क निफ्टी एनर्जी टीआरआई होगा. भारत के स्ट्रक्चरल ग्रोथ की कहानी काफी मजबूत है जिसमें एनर्जी विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में प्रमुख भूमिका निभा रही है. जलवायु परिवर्तन, प्रीमियमाइजेशन, मैन्यूफैक्चरिंग पर ध्यान केंद्रित करने और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि जैसे कारकों से प्रेरित होकर अगले दशक में एनर्जी की मांग बढ़ने की उम्मीद है. कई कंपनियां एनर्जी वैल्यू चेन में शामिल हैं, जो डायवर्सिफायड पोर्टफोलियो के लिए अवसर प्रदान करती हैं.
जिन सेक्टर में यह स्कीम निवेश करेगी उनमें पावर एंसिलरीज – एनर्जी ईपीसी, पावर टीएंडडी वैल्यू, भारी विद्युत उपकरण, एनर्जी दक्षता (एनर्जी की मैन्यूफैक्चरिंग, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रब्यूशन के लिए विद्युत उपकरणों का निर्माण) शामिल है. इनके अलावा ऑयल वैल्यू चेन में अपस्ट्रीम (ऑइल एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन), इंटीग्रेटेड रिफाईनिंग एंड मार्केटिंग (रिफाइनरीज और मार्केटिंग), स्टैंडअलोन रिफाईनिंग (रिफाइनरीज और मार्केटिंग), डाउनस्ट्रीम पेट्रोकेमिकल्स (रसायन और पेट्रोकेमिकल्स कंपनियां) और बेस ऑयल प्रोसेसर्स (पारंपरिक और नई एनर्जी के एक्सपलोरेशन, प्रोडक्शन, डिस्ट्रब्यूशन, ट्रांसपोर्टशन और प्रोसेसिंग जैसी गतिविधियों में संलग्न कंपनियां), लुब्रिकनट्स, ऑइल फील्ड सर्विसेज़ (ऑइल इक्विप्मन्ट एण्ड सर्विसेज़) भी हैं.
ग्रीन एनर्जी परिवर्तन के दौर से गुजर रही है. इसमें भी निवेश किया जाएगा. पावर वैल्यू चेन में कोयला उत्पादक (कोयला), बिजली उत्पादन, बिजली ट्रांसमिशन, बिजली ट्रेडिंग भी इसमें शामिल है.