भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे पर संकट?

हमास-इजराइल युद्ध की वजह से आईएमईसी परियोजना में फिलहाल कोई प्रगति नहीं

भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे पर संकट?

भारत की अध्यक्षता में हुई जी-20 की बैठक में भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) पर बनी सहमति को एक बड़ी सफलता के रूप में देखा गया है. हालांकि इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध के बीच अब इस आर्थिक गलियारे का क्या होगा इसपर चर्चा छिड़ गई है. दरअसल, युद्ध की वजह से इस परियोजना में फिलहाल कोई प्रगति नहीं हो पाई है. सरकारी मंत्रालयों के अधिकारियों ने संकेत दिया है कि एक महीने पहले किए गए शुरुआती ऐलान की तुलना में इस परियोजना पर आगे बढ़ना काफी कठिन काम है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकारी अधिकारियों का कहना है कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध तेज होने की वजह से स्थिति अब और अधिक जटिल हो गई है. गाजा को बिगड़ती स्थितियों के बीच सहायता पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. वहीं इस बात की भी आशंका जताई जाने लगी है कि आईएमईसी के लिए जिस तरह के राजनयिक सहयोग की जरूरत है अब उसको लेकर जटिलताएं बढ़ गई हैं.

इस महीने की शुरुआत में हमास और इज़राइल के बीच लड़ाई शुरू होने से उन सभी प्रयासों पर असर पड़ने का खतरा बढ़ गया है. सऊदी-इजराइल के बीच शांति की पहल को लेकर सबसे पहला नुकसान हो सकता है. गाजा में इजराइल के हमले से अरब दुनिया में गुस्सा और आक्रोश पर हावी होने लगा है. बता दें कि भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारा एक व्यापारिक मार्ग है. संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, जॉर्डन और इजराइल के जरिए भारत को यूरोप से जोड़ने की यह परियोजना है. भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारा चीन और ईरान के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा.

Published - October 22, 2023, 07:14 IST