विप्रो के फाउंडर अजीम प्रेमजी का फैमिली फर्म प्रेमजी इन्वेस्ट जल्द ही बैंक ऑफ बड़ौदा की सहायक कंपनी, नैनीताल बैंक में बड़ी हिस्सेदारी खरीद सकता है. इसके लिए बातचीत जारी है. सूत्रों के मुताबिक यह सौदा फिलहाल अंतिम चरण में है, जल्द ही डील फाइनल हो सकती है. इससे उत्तराखंड स्थित बैंक का मूल्य लगभग 800 करोड़ रुपए होने का अनुमान है.
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक प्रेमजी इन्वेस्ट ने एक टर्म शीट पर हस्ताक्षर किए हैं और जरूरी मुद्दों पर बातचीत तय हो चुकी है. हालांकि अधिग्रहण पर अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है. सूत्रों का कहना है कि पहली किस्त में लगभग 51 प्रतिशत शेयर बेचे जाएंगे और बाकी बचे शेयरों के मालिकाना हक का विनिवेश किया जाएगा. अभी नैनीताल बैंक में लगभग 98 प्रतिशत हिस्सेदारी बैंक ऑफ बड़ौदा की है, वो अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच सकता है.
बैंकिंग सेक्टर में पहला कदम
प्रेमजी इन्वेस्ट भारत के स्टार्टअप और टेक्नोलॉजी सेक्टर में 10 बिलियन डॉलर से ज्यादा की एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में अपनी सक्रिय भागीदारी के लिए जाना जाता है. पॉलिसीबाजार, लेंसकार्ट और क्रेडिटबी सहित विभिन्न उद्यमों में इसकी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है. अब प्रेमजी इंवेस्ट बैंकिंग क्षेत्र में अपनी एंट्री करने वाला है. गैर-बैंकिंग फाइनेंस से कंपनी पहले से ही जुड़ी हुई है, ऐसे में सीधे तौर पर बैंकिंग सेक्टर में निवेश फायदेमंद हो सकता है.
ज़ेरोधा और मोबिक्विक ने भी दिखाई थी दिलचस्पी
नैनीताल बैंक डिस्इंवेस्टमेंट प्लान में भाग लेने के लिए आरबीआई एक ऐसी कंपनी की तलाश में है जो तकनीकी तौर पर सक्षम हो. इसकी वजह यह है कि कंपनी में तकनीकी परिवर्तन को आगे बढ़ाना था. ऐसे में कई दूसरी फिनटेक कंपनियों और निवेशकों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई. इनमें ज़ेरोधा, मोबिक्विक भी शामिल है. नियामक फाइलिंग के अनुसार, नैनीताल बैंक उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में 168 शाखाओं का नेटवर्क संचालित करता है.