200 विमान नहीं भरेंगे उड़ान, यात्रियों की बढ़ सकती है परेशानी

वर्तमान में विभिन्‍न भारतीय एयरलाइंस कंपनियों के करीब 160 विमान खामियों की वजह से उड़ान नहीं भर पा रहे हैं

200 विमान नहीं भरेंगे उड़ान, यात्रियों की बढ़ सकती है परेशानी

भारतीय एविएशन इंडस्‍ट्री में चालू वित्‍त वर्ष के अंत तक ग्राउंडेड विमानों की संख्‍या बढ़कर 200 तक पहुंच सकती है. वर्तमान में विभिन्‍न भारतीय एयरलाइंस कंपनियों के करीब 160 विमान खामियों की वजह से उड़ान नहीं भर पा रहे हैं. उपकरण आपूर्ति में दिक्‍कत और मरम्‍मत में हो रही देरी के चलते ग्राउंडेड विमानों की संख्‍या बढ़ सकती है. इससे भारत में बढ़ते हवाई यात्रियों को दिक्‍कतों का सामना करना पड़ सकता है.

एविएशन कंसल्टेंसी फर्म कैपा इंडिया के मिड-ईयर आउटलुक रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्‍त वर्ष के अंत तक ग्राउंडेड विमानों की संख्‍या का आंकड़ा और बढ़ सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के 90 से अधिक विमान उड़ान नहीं भर पाएंगे, इसके अलावा टाटा समूह समर्थित एयर इंडिया और स्पाइसजेट दोनों के 25-30 विमान ग्राउंडेड हो जाएंगे. मई में दिवालिया आवेदन करने के बाद से गो फर्स्ट के 54 विमान पहले से ही खड़े हैं. आने वाले दिनों में उड़ान न भरने वाले विमानों की संख्‍या में और इजाफा हो सकता है. इसके अलावा, CAPA इंडिया को भारत की सबसे युवा एयरलाइन अकासा एयर के लिए विमान की डिलीवरी में देरी होने की भी आशंका है, इससे समस्‍या और गहरा सकती है.

चालू वित्‍त वर्ष में घरेलू और अंतरराष्‍ट्रीय यात्री यातायात क्रमश: 15.5 करोड़ और 7 करोड़ यात्रियों के आसपास होने की उम्मीद है. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के अनुसार, 2022-23 (अप्रैल-मार्च) में भारतीय हवाई अड्डों पर 5.7 करोड़ अंतरराष्ट्रीय यात्री आए और घरेलू हवाई यात्रियों की संख्‍या 13.6 करोड़ रही. कैपा इंडिया के अनुसार सप्‍लाई चेन का बाधित होना एक गंभीर समस्‍या है, इसका अनुमान से अधिक गहरा और रणनीतिक प्रभाव हो सकता है.

विमानन अनुसंधान फर्म का कहना है कि मार्च 2024 तक भारतीय एयरलाइंस के पास 790 विमानों का बेड़ा होगा, जिसमें से बस 588 विमान ही उड़ान भरने में सक्षम होंगे. क्षमता में कमी के बावजूद एयरलाइन सामान्य स्थिति की वापसी पर ध्यान दे रही हैं. किराये की बात करें तो सितंबर तिमाही में औसत किराये में साल दर साल 12.7% की गिरावट आई और मार्च तिमाही में कुछ कमजोरी की उम्मीद है, लेकिन पूरे साल कमाई लगभग 3% कम होने की संभावना है. एयर इंडिया और विस्तारा जैसी एयरलाइन कंपनियों को पहले अनुमानित स्तर की तुलना में अधिक नुकसान होने की आशंका है.

Published - November 28, 2023, 04:15 IST