SIP Top-Up: एक बार में बड़ी रकम जमा कर निवेश करना ना सिर्फ मुश्किल लगता है बल्कि इक्विटी जैसे विकल्प में गलत समय निवेश का रिस्क में इसमें ज्यादा है. ऐसे में काम आते हैं सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) जिसके जरिए आप हर महीने छोटी-छोटी रकम निवेश कर भी लंबे समय में बड़ा कॉरपस जमा कर पाते हैं. SIP के जरिए डायवर्सिफिकेशन भी आसान हो जाती है और अलग-अलग इन्वेस्टमेंट लक्ष्य और समय के लिए आप आसानी से निवेश कर पाते हैं. लेकिन वहीं जिंदगी में लक्ष्य भी बदलते हैं और जिम्मेदारियां भी. ऐसे में उसी SIP में टॉप-अप कर आप इन्वेस्टमेंट बढ़ा सकते हैं.
जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती है जिम्मेदारियां भी बढ़ती हैं. परिवार बढ़ा तो जिम्मेदारियां बढ़ी, जीवन में बच्चों की पढ़ाई से लेकर बड़े घर के लक्ष्य जुड़ जाते हैं. ऐसे में फाइनेंशियल प्लानिंग की समीक्षा की जरूरत पड़ती है. करियर में अनुभव के साथ आपकी सैलरी या इनकम भी बढ़ेगी. SIP टॉप-अप (SIP Top-Up) आपको सैलरी बढ़ने के साथ ही समय-समय पर इन्वेस्टमेंट बढ़ाने का भी मौका देता है. मान लीजिए आप हर महीने किसी फंड में 5000 रुपये की SIP करते हैं और चाहते हैं कि हर साल अगर 10 फीसदी का अप्रेजल मानकर चलें तो आप इन्वेस्टमेंट भी 10 फीसदी बढ़ाना चाहेंगे. इसी SIP में आप हर साल 10 फीसदी की बढ़ोतरी तय कर सकते हैं ताकि अगले साल से आपके फंड में 5500 रुपये की SIP जाए.
एक छोटी सी बढ़त भी कंपाउंडिंग के जरिए बड़े काम कर सकती है. आप टॉप-अप के लिए एक रकम भी तय कर सकते हैं. मतलब ये कि 10 फीसदी की बजाय आप सिर्फ 500 रुपये प्रति माह की वृद्धि भी तय कर सकते हैं.
मान लीजिए आप बच्चों की पढ़ाई के लिए 10 साल का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं और इसके लिए म्यूचुअल फंड में SIP करते हैं. हर महीने 5000 की SIP करने पर और 12 फीसदी के सालाना ब्याज दर पर 10 साल में 11.61 लाख रुपये जमा कर पाएंगे. यहीं अगर आपने सालाना सिर्फ 500 रुपये का भी टॉप-अप किया होता तो 10 साल में 15.72 लाख रुपये जमा कर पाते. टॉप-अप (SIP Top-Up) के जरिए आपने 35 फीसदी ज्यादा रकम जमा की. यहीं अगर 1000 रुपये की SIP टॉप-अप किया होता तो आप 19.83 लाख जमा कर पाते.
कई म्यूचुअल फंड आपको SIP शुरू करने के वक्त ही टॉप-अप (SIP Top-Up) का विकल्प चुनने की सुविधा देते हैं तो वहीं कई आपको SIP शुरू करने के बाद भी बीच में इस विकल्प को चुनने की सर्विस देते हैं. इसके लिए आपको एक अलग फॉर्म भरना होता है. स्कीम या प्लान की जानकारी, SIP की तारीख, कितने समय में कितनी बढ़ोतरी करनी है ये सारी जानकारी आपको भरनी होती है.
टाटा म्यूचुअल फंड SIP के बीच में भी टॉप-अप का विकल्प देता है लेकिन SBI म्यूचुअल फंड में आपको SIP शुरू करते वक्त ही टॉप-अप का विकल्प चुनना होगा. अधिकतर फंड हाउस की सभी स्कीमों पर ये सुविधआ उपलब्ध है लेकिन न्यूनतम टॉप-अप 500 रुपये का हो सकता है. टॉप-अप की सुविधा हर छमाही या हर साल ले सकते हैं.
टॉप-अप (SIP Top-Up) में अगर आप कोई बदलाव करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको अपनी SIP को कैंसल कर नई SIP शुरू करनी होगी.
अगर आप ये विकल्प नहीं चुनना चाहते तो हर साल नई SIP शुरू कर सकते हैं पर ध्यान रहे कि आप इसे सही से मैनेज कर सकें.
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