Money Making Formula: अमीर या यूं कहें कि करोड़पति बनने की चाहत किसकी नहीं होती. लेकिन, पैसे से पैसा बनाना आना चाहिए. बस यहीं काम आती है कम्पाउंडिंग (Compounding) की ताकत. कम्पाउंडिंग की ताकत सही तरीके से समझ लें तो आपको करोड़पति बनने से कोई नहीं रोक पाएगा. बस जरूरत है सही स्ट्रैटेजी के साथ निवेश (Investment) की शुरुआत की. कम्पाउंडिंग की ताकत (Power of Compounding) समझें और निवेश करें. जितनी जल्दी निवेश शुरू करेंगे, उतना फायदा मिलेगा. निवेश का लक्ष्य लंबी अवधि का होना चाहिए. पावर ऑफ कम्पाउंडिंग को समझना बेहद जरूरी है. आइये जानते हैं…
क्या होता है पावर ऑफ कम्पाउंडिंग? – मूल निवेश पर मिलेगा ब्याज – ये दोनों रकम फिर से कर सकेंगे निवेश – मूल रकम और ब्याज पर फिर से मिलेगा ब्याज – निवेश+ ब्याज+ ब्याज+ ब्याज= कम्पाउंडिंग
पॉवर ऑफ कम्पाउंडिंग के नियम – कम उम्र से ही निवेश शुरू करें – लंबी अवधि के लिए निवेश करें – 5 या 10 साल के बजाए 20 या 25 साल का लक्ष्य रखें
क्या है कम्पाउंडिंग? (What is Compounding) अक्सर कम्पाउंडिंग का नाम सुना होगा. इसकी ताकत के भी चर्चे सुने होंगे. लेकिन, फिर भी मन में सवाल यही होगा कि आखिर कम्पाउंडिंग क्या है? सीधे-सीधे समझिए कि निवेश करने पर जो आपकी कमाई होती है, उसे भी फिर से निवेश करना कम्पाउंडिंग (Compounding) है. इसमें आपको मूलधन के साथ उसके ब्याज पर भी ब्याज मिलता है. कम्पाउंडिंग (Compounding) आपके निवेश को दोगुना, तीन गुना करने का सबसे बढ़िया जरिया है.
10 साल के निवेश – मंथली SIP: 10 हजार रुपए – अनुमानित रिटर्न: 12 फीसदी (सालाना) – निवेश की अवधि: 10 साल – आपका कुल निवेश: 12 लाख रुपए – SIP की कुल वैल्यू: 23 लाख रुपए – फायदा: 11 लाख रुपए
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15 साल का निवेश – मंथली SIP: 10 हजार रुपए – अनुमानित रिटर्न: 12 फीसदी सालाना – निवेश की अवधि: 15 साल – आपका कुल निवेश: 18 लाख रुपए – SIP की कुल वैल्यू: 49.96 लाख रुपए – फायदा: 31.96 लाख रुपए
20 साल का निवेश – मंथली SIP: 10 हजार रुपए – अनुमानित रिटर्न: 12 फीसदी सालाना – निवेश की अवधि: 20 साल – आपका कुल निवेश: 24 लाख रुपए – SIP की कुल वैल्यू: 98.93 लाख रुपए – फायदा: 74.93 लाख रुपए
कम्पाउंडिंग में जरूर रखें ध्यान कम्पाउंडिंग (Compounding) का बेहतर फायदा तभी मिल सकता है, जब आप कम उम्र से ही निवेश शुरू कर दें. वहीं, आपको 5 या 10 साल की बजाए 20 या 25 साल के लिए लक्ष्य बनाना चाहिए. जितनी लंबी अवधि के लिए निवेश होगा, कम्पाउंडिंग (Compounding) का फायदा उतना ज्यादा होगा.
कम्पाउंडिंग की ताकत को समझा रहे हैं एक्सपर्ट गुरमीत चड्ढा…
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