म्यूचुअल फंड में निवेश के साथ मुफ्त इंश्योरेंस. कुछ म्यूचुअल फंड में SIP करने पर आप 50 लाख रुपये तक के इंश्योरेंस कवर का फायदा भी उठा सकते हैं. इन्हें अक्सर SIP इंश्योरेंस प्लस कहा जाता है. अक्सर यूलिप प्लान निवेश और इंश्योरेंस के मिक्स के तौर पर देखा जाता है लेकिन इसमें निवेश का कुछ हिस्सा इंश्योरेंस खरीदने पर खर्च होता है. कुछ ऐसे म्यूचुअल फंड हाउस जिनका इंश्योरेंस में भी कारोबार है वे ये विकल्प देती हैं कि आप इन्वेस्टमेंट के लिए जो SIP कर रहे हैं उसके साथ मुफ्त लाइफ इंश्योरेंस भी चुन सकते हैं.
कोविड-19 के संकट के दौर में परिवार के लिए जितनी आर्थिक सुरक्षा तैयार कर सके उतना बेहतर. तो आइए समझते हैं कि ये विकल्प काम कैसे करता है.
कम से कम 3 साल की SIP करने की तैयारी है और 18 वर्ष से 51 वर्ष के बीच आपकी उम्र है तो आप ये विकल्प चुन सकते हैं. ICICI प्रुडेंशियल AMC इसे SIP प्लस का नाम देती है जबकि आदित्य बिड़ला सनलाइफ इसे सेंचुरी SIP का नाम देता है. वहीं निपॉन इंडिया की ओर से भी SIP कवर मिलता है जिसे SIP इंश्योर का नाम दिया गया है.
आपकी SIP के पूरे पैसे का निवेश होता है इसमें से कोई प्रीमियम नहीं कटता. आपके पूरे निवेश पर किसी भी आम फंड जैसे रिटर्न और कमाई जारी रहती है.
कंपनियां ग्रुप इंश्योरेंस के अंतरगत निवेशकों को मुफ्त जीवन बीमा देती हैं. इंश्योरेंस का कवर आपकी SIP पर निर्भर करता है.
अक्सर निवेशकों को लंबे समय तक निवेशित रखने के लिए कंपनियां ये विकल्प देती हैं.
निवेश के पहले साल में आपको SIP रकम के 10 गुना तक की रकम का लाइफ कवर मिलेगा जबकि दूसरे साल में SIP रकम के 50 गुना तक का कवर. और वहीं 3 साल होने पर ICICI प्रुडेंशियल SIP प्लस और आदित्य बिड़ला सन लाइफ सेंचुरी SIP में आप 100 गुना रकम के कवर के हकदार होंगे. जबकि निपॉन इंडिया SIP इंश्योर में हर महीने की SIP के 120 गुना के बराबर का कवर मिलेगा.
इन तीनों में जीवन बीमा की अधिकतम सीमा 50 लाख रुपये है. यानी अगर आपने 3 साल से स्कीम में 5,000 की मंथली SIP की है तो आपको 5 लाख रुपये का जीवन बीमा साथ में मिलेगा.
SIP के साथ इंश्योरेंस (मंथली SIP के आधार पर) | ||||
AMC | पहला साल | दूसरा साल | तीसरा साल | अधिकतम कवर |
ICICI Prudential SIP Plus | 10 गुना | 50 गुना | 100 गुना | 50 लाख |
Aditya Birla Sun Life Century SIP | 10 गुना | 50 गुना | 100 गुना | 50 लाख |
Nippon India SIP Insure | 10 गुना | 50 गुना | 120 गुना | 50 लाख |
मनी मंत्रा के फाउंडर विरल भट्ट कहते हैं कि अगर 3 साल बाद आप SIP रोक भी देते हैं तो भी ये कवर आपको मिलता रहेगा. वे कहते हैं कि अक्सर फाइनेंशियल एडवाइजर इंश्योरेंस और निवेश को अलग रखने की सलाह देते हैं लेकिन ये वो विकल्प है जो इस सलाह से परे है क्योंकि ये इंश्योरेंस कवर मुफ्त है. इसमें निवेशक को अलग से किसी प्रीमियम की रकम नहीं देनी पड़ रही और SIP रोकने के बाद भी लाइफ कवर जारी रहता है.
विरल भट्ट के मुताबिक कई लोगों को मेडिकल या फिटनेस की वजह से लाइफ इंश्योरेंस महंगा पड़ता है. इन विकल्पों में मेडिकल टेस्ट की भी कोई अनिवार्यता नहीं है.
अगर आप 3 साल बाद SIP रोक देते हैं लेकिन पैसा रिडीम नहीं किया है तो आपको फंड की वैल्यू के बराबार तक का लाइफ कवर मिलेगा. लेकिन 3 साल की अवधि से पहले ही अगर आपने SIP रोक दी है तो इंश्योरेंस का फायदा नहीं मिलेगा.
ICICI प्रुडेंशियल AMC ये कवर निवेशक के 55 साल तक की उम्र तक देती है, आदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC 60 साल तक और निपॉन इंडिया AMC भी निवेशक के 55 साल तक की उम्र पर ये कवर देती है.
SIP डिफॉल्ट पर इंश्योरेंस कवर को लेकर तीनों AMC के अलग-अलग नियम हैं. निपॉन इंडिया में अगर आप 3 साल से पहले लगातार 3 महीने तक SIP डिफॉल्ट करते हैं तो इंश्योरेंस कवर खत्म हो जाएगा. वहीं ICICI प्रुडेंशियल AMC में ये सीमा 5 महीने की है.
अगर आप SIP की अवधि से पहले रिडेंप्शन या विड्रॉल करते हैं तो भी इंश्योरेंस कवरेज खत्म होगा.
सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर पंकज मालडे कहते हैं कि अक्सर निवेशकों को फाइनेंशियल प्लानिंग में अलग से जीवन बीमा जरूर लेना चाहिए ताकि परिवार की जरूरत के मुताबिक कवरेज ले सकें. SIP इंश्योर में कवरेज तब तक है जब तक आपका स्कीम में निवेश है.