म्यूचुअल फंड में क्या लंपसम निवेश करना चाहिए? 500 रुपए की मंथली सिप की जगह 50,000 रुपए का लंपसम यानी एकमुश्त निवेश करने के लिए म्यूचुअल फंड सही है या नहीं? अगर आप म्यूचुअल फंड में एकमुश्त पैसों का निवेश करने की सोच रहें हैं तो ये सारे सवाल आपके मन भी उठ रहें होंगे?
तो सबसे पहले समझ लें कि SIP और लंपसम इनवेस्टमेंट में अंतर क्या है? SIP का मतलब होता है सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान. इसमें आप हर महीने, तीन महीने या छह महीने पर अनुशासित तरीके से एक तय राशि किसी फंड में लगाते हैं. इसमें न्यूनतम 100 या 500 रुपए से निवेश शुरु किया जा सकता है और आप अनुशासित तरीके से निवेश करते रहते हैं. दूसरी तरफ, लंपसम का मतलब है कि एक बार में निवेश कर देना.
किसे-कहां करना चाहिए निवेश?
अगर आप हर महीने या दो-तीन महीने पर अपनी आमदनी का छोटा हिस्सा रेगुलर निवेश कर सकते हैं तो आपके लिए सिप बेहतर विकल्प है. अगर आप हर महीने निवेश करने की जगह एक बड़ी रकम का निवेश एक बार में करना चाहते हैं और जोखिम लेने की क्षमता है तो लंपसम निवेश आपके लिए ज्यादा फायदेमंद है.जैसे कि कि आपको बोनस में अच्छी खासी रकम मिली है या कोई पुश्तैनी जमीन की बिक्री पर हिस्से के रूप में बड़ा अमाउंट मिला है. या आप कोई कारोबारी हैं जिसके पास पिछले एक-दो साल में काफी नकदी बच गई है. तो आपके लिए बेहतर है कि एकमुश्त तरीके से यह पैसा किसी म्यूचुअल फंड में लगा दें.
हालांकि, ऐसे नौकरीपेशा लोगों के लिए सिप बेहतर होता है जो सैलरी आने पर ही हर महीने छोटा-छोटा निवेश कर पाते हैं.
क्या हैं लंपसम के फायदे?
लंपसम का फायदा यह है कि निवेशकों को बाजार पर लगातार निगरानी रखने की जरूरत नहीं होती. लेकिन उन्हें यह बात अच्छी तरह से समझनी होगी कि उन्हें निवेश कब करना है? लंपसम निवेश तब ज्यादा सही है, जब बाजार गिरावट के दौर में हो. दूसरी तरफ सिप में आप किसी भी समय निवेश कर सकते हैं.
जोखिम से रहें सावधान
लंपसम निवेश में जोखिम भी ज्यादा होता है, इसीलिए एक्सपर्ट इनसे बचने की सलाह देते हैं.इक्विटी फंड्स में शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का रिटर्न पर भारी असर होता है. शेयर बाजार जब नीचे है तो आपको लंपसम निवेश करने पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है. लेकिन यह अंदाजा लगा पाना काफी मुश्किल होता है कि बाजार आगे कहां जाएगा?
अगर आपने मार्केट की काफी गिरावट के दौर में अपना बड़ा फंड लंपसम लगा लिया तो आपको इक्विटी फंड्स में 8-10 साल में ज्यादा फायदा हो सकता है.लेकिन यह बात भी ध्यान रखनी होगी कि गलत समय पर किया गया निवेश आपको नुकसान पहुंचा सकता है. यानी लंपसम निवेशक से ऐसे मंझे हुए निवेशकों को ज्यादा फायदा होता है जिनको शेयर बाजार की अच्छी जानकारी होती है या जो बाजार पर लगातर नजर रखते हैं. दूसरी तरफ, डेट फंड में बस आपको बस यह अंदाजा लगाना होगा कि आगे महंगाई और ब्याज दरें बढ़ेंगी या नहीं. ब्याज दरों और महंगाई के बढ़ने के दौर में डेट फंड का प्रदर्शन कमजोर हो जाता है.
टैक्स और इनवेस्टमेंट एक्सपर्ट बलवंत जैन कहते हैं कि लंपसम पैसा लगाने के अपने फायदे तो हैं, लेकिन जोखिम भी काफी ज्यादा होता है. बाजार का मंझा हुआ खिलाड़ी ही यह अंदाजा लगा सकता है कि बाजार किधर जाएगा. इसलिए बीच का रास्ता यह है कि आप किसी लिक्विड डेट फंड में एकमुश्त पैसा लगा दें और उसमें STP विकल्प का चुनाव कर हर महीने या तीन महीने पर कुछ राशि किसी इक्विटी फंड में लगाते रहें.
एसटीपी का मतलब होता है सिस्टमेटिक ट्रांसफर प्लान.. इसके जरिए आपके लंपसम निवेश से हर महीने या तीन महीने पर एक निश्चित राशि किसी इक्विटी फंड में जाती रहेगी. यानी इसमें आपको एक तरह से SIP जैसा ही फायदा मिलेगा.
एक बार निवेश कर फुर्सत पाएं
लंपसम निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक बार निवेश करके चिंता से मुक्ति. लंपसम निवेश से आपको कम्पाउंडिंग का फायदा मिलता है यानी चक्रवृद्धि तरीके से आपका रिटर्न बढ़ता रहता है.
आप ऑनलाइन उपलब्ध कई तरह के कैलकुलेटर से यह भी अंदाजा लगा सकते हैं कि आपका लंपसम निवेश बढ़कर कितना हो जाएगा. इसमें आपको निवेश की राशि, निवेश की अवधि और संभावित रिटर्न (मान लिया कि 10 फीसदी या 12 फीसदी), डालना होता है. इसके बाद कैलकुलेटर कम्पाउंडिंग की गणना के साथ यह बता देता है कि आपको 5 या 10 साल बाद कुल कितनी रकम मिलेगी.
उदाहरण के लिए आपने एबीसी इक्विटी फंड में 50 हजार रुपए निवेश किए. अगर इसमें सालाना रिटर्न 12 फीसद मानकर चलें तो पांच साल में कुल रिटर्न 88,117 रुपए हो जाएगा. अगर इस निवेश को 10 साल तक बनाए रखते हैं तो आपका रिटर्न करीब दोगुना यानी 1,55,678 रुपए हो जाएगा. इसी तरह 15 साल में यह रकम 2,73,678 और 20 साल में 4,82,315 रुपए हो जाएगा.
अगर आप म्यूचुअल फंड में एकमुश्त निवेश कर रहे हैं तो लंबी अवधि के लिए करें. जितनी लंबी अवधि चुनेंगे कंपाउंडिंग का उतना ही फायदा होगा. बाजार अच्छी समझ है तो तभी एकमुश्त निवेश का विकल्प चुनें.