कोविड महामारी की दूसरी लहर और स्थानीय स्तर पर लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से स्टॉक मार्केट्स में उतार-चढ़ाव बना हुआ है. ऐसे में अनिश्चितता के इस माहौल का सही इस्तेमाल करने के लिए इनवेस्टर्स ने आर्बिट्राज फंड्स (arbitrage funds) में 7,245 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
इक्विटी आधारित स्कीमों में इन फंड्स को सबसे सुरक्षित माना जाता है. साथ ही डेट फंड्स के मुकाबले इनमें ज्यादा बढ़िया टैक्स बेनेफिट्स भी मिलते हैं.
मॉर्निंगस्टार इनवेस्टमेंट एडवाइजर के डायरेक्टर – मैनेजर रिसर्च, कौस्तुभ बेलापुरकर बताते हैं, “अगर 6-12 महीने के लिए पैसे लगाने हैं तो आर्बिट्राज फंड्स (arbitrage funds) ठीक हैं. चूंकि, ये इक्विटी म्यूचुअल फंड कैटेगरी के तहत आते हैं, ऐसे में इन पर 15 फीसदी के हिसाब से शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स लगता है. जबकि डेट फंड्स पर आपकी इनकम स्लैब के मुताबिक टैक्स लगता है जो कि 15 फीसदी से ज्यादा हो सकता है.”
उतार-चढ़ाव वाले मार्केट्स में आर्बिट्राज फंड्स (arbitrage funds) के लिए मौका बढ़ जाता है क्योंकि स्पॉट और फ्यूचर्स की कीमतों में अंतर बड़ा होता है.
आर्बिट्राज फंड्स (arbitrage funds) क्या होते हैं?
आर्बिट्राज फंड्स (arbitrage funds) इक्विटी आधारित हाइब्रिड फंड्स होते हैं जो कि दो या अधिक मार्केट्स में एक ही सिक्योरिटी के बीच बने हुए कीमतों के अंतर का फायदा उठाते हैं.
एक निवेशक के तौर पर अगर आपको फ्यूचर्स और स्पॉट मार्केट्स में कीमतों में अंतर दिखाई देता है तो आप इससे कमाई करने का मौका हासिल कर सकते हैं. लेकिन, इसके लिए विशेषज्ञता की जरूरत होती है. इसी वजह से आर्बिट्राज फंड्स (arbitrage funds) काम के साबित होते हैं.
इन फंड्स (arbitrage funds) को सबसे सुरक्षित इक्विटी आधारित स्कीमों में माना जाता है और इनमें डेट फंड्स के मुकाबले ज्यादा टैक्स बेनेफिट भी मिलता है.
सबसे बढ़िया प्रदर्शन करने वाले आर्बिट्राज फंड्स
(डिस्क्लेमरः ऊपर दी गई लिस्ट केवल जानकारी के लिए है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से राय जरूर लें.)