KYC Fraud: बैंकिंग की प्रक्रिया जितनी आसान हो रही है उतने ही फ्रॉड के खतरे बढ़ रहे हैं. जागरुकता की कमी की वजह से KYC के लिए भी लोगों से लाखों की धोखाधड़ी की जा रही है. जरूरी है कि लोग समझें कि उनका बैंक कौन सी सर्विसेस ऑनलाइन दे रहा है और इसे पूरा करने की प्रक्रिया क्या है. ग्राहक जितना जागरुक होंगे उतना ही उनके लिए डिजिटल बैंकिंग आसान और सुरक्षित होगी. एक गलती और आपके लग सकती है लाखों की चपत. ऐसे ही एक मामला दिल्ली में पाया गया है जहां KYC जानकारी प्रमाणित करने के नाम पर एक महिला और उसके पति के खाते से 4 लाख रुपये निकाले गए हैं.
पुलिस ने बुधवार को बताया कि एक महिला ने शिकायत दर्ज करायी कि तीन मार्च को उसके पिता के फोन पर एक SMS आया था, जिसमें केवाईसी (नो योर कस्टमर यानी अपने ग्राहक को जानो) जानकारी अपडेट कराने की बात कही गयी थी. महिला और उसके पिता का बैंक में संयुक्त खाता है.
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि दिये गये नंबर पर फोन करने पर एक शख्स ने खुद को बैंक कर्मी बताया और KYC अपडेट करने में उनकी मदद करने की पेशकश की.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला के पिता ने जैसे ही सारी जानकारी दी, तभी उन्हें संदेश आया कि उनका नेटबैंकिंग का पासवर्ड बदल गया है.
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता बैंक गयी और घटना के बारे में बताया, लेकिन तब तक उनके संयुक्त खाते से चार बार पैसे की निकासी हो चुकी थी और महिला के एक अन्य खाते से भी पैसा निकाला गया था. आरोप है कि खातों से कुल चार लाख रुपये निकाले गये.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने बताया, ‘‘जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि आरोपी बिहार और झारखंड से थे। रविवार को उन्होंने छापा मारकर भागलपुर से संतोष कुमार को पकड़ा.’’
डीसीपी ने बताया कि उसके सहयोगियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं.
फरवरी में ही कोलकाता से भी ऐसा ही मामला पाया गया था. अधिकारी ने बताया कि शहर के जोड़ाबागन इलाके के निवासी एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि एक व्यक्ति ने उसे खुद को भुगतान बैंक का एक अधिकारी बताया और उससे अपने केवाईसी विवरण (KYC Detail) को अपडेट करने का अनुरोध किया. उन्होंने बताया की पीड़ित ने दावा किया है कि उसने अपने मोबाइल फोन पर एक ऐप्लिकेशन डाउनलोड करने के बाद 2.82 लाख रुपये गंवा दिए हैं. इस मामले में कोलकाता पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी करने के आरोप में झारखंड के जामताड़ा जिले से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
कैसे पहचानें फ्रॉड?
कई बार ऐसा होगा आपको अनजान नंबर से फोन आए कि आपके खाते को लेकर अपडेट नहीं किया गया तो खाता बंद कर दिया जाएगा. ऐसी स्थिति में तुरंत सतर्क हो जाएं. ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते वक्त हमेशा सेफ वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें. किसी भी अवैध ऐप का इस्तेमाल ना करें और किसी भी अनजान नंबर से ऐसी जानकारी मांगे जाने पर तुरंत बैंक या पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं. साथ ही किसी भी हालात में OTP जैसी जानकारी किसी से भी साझा ना करें.
(PTI इनपुट के साथ)
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