बैंक के सभी काम अब झटपट ऑनलाइन हो जाते हैं. चाहे एक खाते से दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर करने हों या फिक्स्ड डिपॉजिट ही करवाना हो. इनकम टैक्स रिटर्न भरना, डीमैट के लिए KYC कराना सब आसानी से ऑनलाइन हो जाता है. लेकिन ऑनलाइन हो गई इस दुनिया में धोखाधड़ी का खतरा भी बढ़ा है. जरा सी चूक हुई और आपका खाता खाली – सालों की कमाई मिनटों में गंवाई वाली स्थिति. ऐसे ही एक मामले में कोलकाता पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी करने के आरोप में झारखंड के जामताड़ा जिले से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इनपर एक शख्स ने आरोप लगाया है कि उससे एक मोबाइल ऐप के जरिए 2.82 लाख रुपये का फ्रॉड किया गया है.
क्या है मामला?
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति के खाते का एक निजी भुगतान बैंक के साथ केवाईसी (KYC) अद्यतन करने के बहाने कथित तौर पर धोखाधड़ी करने के लिए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि पिछले महीने दर्ज की गई एक शिकायत के आधार पर शहर की पुलिस टीम ने इन पांचों को पड़ोसी राज्य में उनके आवासों से पकड़ा.
अधिकारी ने बताया कि शहर के जोड़ाबागन इलाके के निवासी एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि एक व्यक्ति ने उसे खुद को भुगतान बैंक का एक अधिकारी बताया और उससे अपने केवाईसी विवरण (KYC Detail) को अद्यतन करने का अनुरोध किया.
उन्होंने बताया की पीड़ित ने दावा किया है कि उसने अपने मोबाइल फोन पर एक ऐप्लिकेशन डाउनलोड करने के बाद 2.82 लाख रुपये गंवा दिए हैं.
कैसे पहचानें फ्रॉड?
कई बार ऐसा होगा आपको अनजान नंबर से फोन आए कि आपके खाते को लेकर अपडेट नहीं किया गया तो खाता बंद कर दिया जाएगा. ऐसी स्थिति में तुरंत सतर्क हो जाएं. ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते वक्त हमेशा सेफ वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें. किसी भी अवैध ऐप का इस्तेमाल ना करें और किसी भी अनजान नंबर से ऐसी जानकारी मांगे जाने पर तुरंत बैंक या पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं. साथ ही किसी भी हालात में OTP जैसी जानकारी किसी से भी साझा ना करें.