Zomato Share return: भारत के तेजी से बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम में भाग लेने और नए जमाने की कंपनियों में निवेश करने का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है. 52.63% या 39 रुपये के जबरदस्त प्रीमियम के साथ Zomato IPO की लिस्टिंग बाजारों पर हुई है. 76 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले जोमैटो के शेयर 116 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुए हैं.
लिस्टिंग के दिन ही जोमैटो (Zomato) IPO में शेयर हासिल करने वाले निवेशकों को तगड़ा मुनाफा हुआ है. इसके देखकर अब ऐसे निवेशकों को मलाल हो रहा होगा जो इस इश्यू में या तो पैसा लगाने से चूक गए या फिर जिन्हें शेयरों का अलॉटमेंट नहीं हो सका. इससे कुछ बड़े सवाल निवेशकों के मन में पैदा हो रहे हैं. मसलन, जो लोग इसमें चूक गए हैं क्या उन्हें अब इसमें पैसा लगाना चाहिए? क्या निवेशकों को आगे जाकर इस शेयर में कमाई का मौका मिलेगा या नहीं.
जारी है तेजी का दौर
Zomato का शेयर (Zomato Shares) में तेजी का सिलसिला हालांकि, रुका नहीं है और कारोबार के दौरान इसमें और तेजी आई और यह 66.71% की बढ़त के साथ 126.70 रुपये (दोपहर 12:27 बजे) पर चल रहा था. एनएसई पर इंट्राडे आधार पर Zomato share ने 138.90 रुपये का उच्च स्तर बनाया.
टॉप 50 कंपनियों में शामिल
शानदार लिस्टिंग से कंपनी (Zomato) का बाजार पूंजीकरण (market capitalisation) 1,08,969.54 करोड़ रुपये हो गया. इस तरह से जोमैटो ने टाटा मोटर्स, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, कोल इंडिया को पछाड़कर देश की टॉप 50 ब्लूचिप और सबसे ज्यादा वैल्यूएशन वाली कंपनियों में शामिल होने का रिकॉर्ड बना लिया.
क्या कहते हैं एनालिस्ट?
कई खुदरा निवेशक शेयर न मिल पाने की वजह से निराश थे क्योंकि केवल 10% इश्यू खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित था. तो क्या निवेशकों के लिए खुले बाजार से शेयरों को इतने अधिक प्रीमियम पर फिर से ऑर्डर करना सही होगा या नहीं. इसका जवाब खोजने के लिए Money9 ने कई मार्केट एनालिस्ट्स से बात की ताकि पता लगाया जा सके कि वे लिस्टिंग लाभ और लिस्टिंग रणनीति की समीक्षा कैसे कर रहे हैं.
एंजेल ब्रोकिंग की ज्योति रॉय ने कहा, “एक मजबूत डिलीवरी नेटवर्क, अपेक्षित बदलाव और टियर- II और टियर- III शहरों में महत्वपूर्ण विकास के अवसरों को देखते हुए, हम दीर्घकालिक दृष्टिकोण से स्टॉक पर सकारात्मक बने हुए हैं. शानदार लिस्टिंग के बाद, हम अनुशंसा करते हैं कि अल्पकालिक निवेशक जो लिस्टिंग लाभ की तलाश में थे, वे स्टॉक से बाहर निकल सकते हैं, जबकि लंबी अवधि के निवेशक आंशिक लाभ बुक कर सकते हैं. ”
यहां तक कि मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वीपी- हेड ऑफ रिसर्च (रिटेल) सिद्धार्थ खेमका भी जोमैटो (Zomato) को लेकर पॉजिटिव हैं. निवेशक मौजूदा स्तरों पर और 115 के आसपास गिरावट पर इसे और खरीदने की योजना बना सकते हैं.
मारवाड़ी शेयर्स एंड फाइनेंस के सौरभ जोशी की राय है कि स्टॉक की कीमत में तेजी ने वैल्यूएशन को और बढ़ा दिया है, इसलिए उचित संख्या में शेयरों को बेचकर निवेशित रकम निकालने पर विचार किया जा सकता है. बकाया शेयरों में आप बने रहे सकते हैं.
इसके विपरीत, सीएम गोयनका स्टॉक ब्रोकर्स के निदेशक कपिल गोयनका निवेशकों को सलाह देते हैं कि सफल आवंटियों को पूरा लाभ बुक करना चाहिए और फिर से खरीदने के लिए कुछ समय इंतजार करना चाहिए.
(डिसक्लेमर: इस कहानी में सिफारिशें संबंधित शोध और ब्रोकरेज फर्म द्वारा हैं. मनी 9 और उसके प्रबंधन उनकी निवेश सलाह के लिए कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेते हैं. कृपया निवेश करने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श लें.)