Unlisted shares: लिस्टेड मार्केट में IPO की वजह से काफी चहलपहल है, वहीं अनलिस्टेड मार्केट भी फर्राटा भर रहा है. पेटीएम (Paytm), रिलायंस रिटेल (Reliance retail), चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai superkings), लावा मोबाइल (Lava) जैसे अनलिस्टेड शेयरों ने तगड़ा रिटर्न देकर सुर्खियां बटोरी हैं, ऐसे में एक और कंपनी ने केवल एक हफ्ते में 50% उछाल के साथ सबको चौंका दिया है. अनिल अग्रवाल के वेदांता ग्रुप की स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन (sterlite power transmission) के अनलिस्टेड शेयर (Unlisted shares) एक हफ्ते पहले 550 रुपये में मिल रहे थे, जो अब 850 रुपये के आसपास चल रहे हैं. करीब 6 महीने पहले इनका दाम 400 रुपये था.
अनलिस्टेड शेयरों में कारोबार करने वाले एक डीलर के मुताबिक, 2021 में Paytm के अनलिस्टेड शेयर एक महीने में 100% से ज्यादा बढ़े हैं, लेकिन केवल एक हफ्ते में 50% का उछाल किसी शेयर में नहीं दिखा है. स्टरलाइट पावर के IPO की बात बाहर आते ही उसके अनलिस्टेड शेयर (Unlisted shares) की डिमांड बढ़ गई है.
कंपनी लाना चाहती है IPO
स्टरलाइट पावर ने पिछले हफ्ते शेरहोल्डर्स को IPO की योजना के लिए पोस्टल बैलेट का नोटिस भेजा था. मीडिया रिपोर्ट और बाजार में चल रही चर्चा के मुताबिक, वेदांता ग्रुप अपनी पावर ट्रांसमिशन कंपनी (sterlite power transmission) को 2021 के अंत तक लिस्ट कराना चाहता है और 20% शेयर्स 2,000 करोड़ रुपये में बेचने की योजना है. इस हिसाब से स्टरलाइट पावर के IPO की वैल्यूएशन 10,000 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है.
क्या भाव और भी बढ़ेंगे?
वित्त वर्ष 2019-2020 के रिपोर्ट के मुताबिक, स्टरलाइट पावर (sterlite power transmission) के कुल शेयरों की संख्या 6.11 करोड़ है.
अनलिस्टेड शेयर के डीलर और unlistedarena.com के फाउंडर अभय दोशी बताते हैं, “IPO की बात सामने आने से पहले अनलिस्टेड शेयर 500 रुपये के आसपास मिलते थे, जो अब 850-900 में मिल रहे है, यानी 6.11 करोड़ शेयर को इस भाव से कैलकुलेट करें तो कंपनी के अनलिस्टेड शेयरों (Unlisted shares) की वैल्यूएशन 5,180 करोड़ रुपये बैठती हैं, जबकि IPO वैल्यूएशन 10,000 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है. यानी अनलिस्टेड वैल्यूएशन और IPO वैल्यूएशन के बीच 100% गैप है.”
लिस्टेड पावर कंपनियों के साथ स्टरलाइट पावर के अनलिस्टेड शेयर (Unlisted shares) की तुलनाः
कंपनी | मार्केट केपिटलाइजेशन |
पावरग्रीड कॉर्पोरेशन | ₹1,21,000 करोड़ |
अदाणी ट्रांसमिशन | ₹1,11,000 करोड़ |
CESC | ₹10,035 करोड़ |
टोरेंट पावर | ₹22,600 करोड़ |
स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन | ₹5,100 करोड़ |
वैल्यूएशन का ये गैप देखते हुए स्टरलाइट पावर के अनलिस्टेड शेयर (Unlisted shares) 1,800 रुपये तक जाने की उम्मीद है और इसलिए डिमांड बढ़ रही है.
भारत में पावर ट्रांसमिशन का बाजार बड़ा है और तेजी से बढ़ रहा है. इस मार्केट में पावरग्रिड कॉर्पोरेशन सबसे बड़ी कंपनी है, वहीं भारत में 15 और ब्राजील में 10 प्रोजेक्ट की मालिक स्टरलाइट पावर 31.5% मार्केट शेयर के साथ दूसरे नंबर पर है. पिछले महीने ही कंपनी को एक प्रोजेक्ट के लिए 580 करोड़ रुपये का फंड मिला था.
अनलिस्टेड मार्केट में ट्रेडिंग
आप केवल डीलर के जरिए अनलिस्टेड शेयरों (Unlisted shares) में ट्रेड कर सकते हैं. डीलर की भूमिका बायर-सेलर के बीच एक फैसिलिटेटर की होती है. मिनिमम 25,000 रुपये आप शुरुआत कर सकते हैं. आपको अनलिस्टेड शेयर्स का लॉट खरीदना होता है, जो डीलर और स्क्रिप पर निर्भर करता है.
अनलिस्टेड मार्केट लीगल है?
अनलिस्टेड मार्केट (Unlisted market) लीगल है. जैसे शेयर बाजार के लिस्टेड शेयर खरीदने के बाद आपके डीमैट अकाउंट में दिखते हैं, वैसे ही अनलिस्टेड शेयर की वास्तविक डिलिवरी मिलती है और शेयर आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर होते हैं. आप बैंकिंग चैनल से पेमेंट कर सकते हैं.
टैक्स लगता है
यदि आपके पास 2 साल तक अनलिस्टेड शेयर (Unlisted shares) हैं तो लॉन्ग–टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स लगता है और यदि कम समय के लिए ट्रेडिंग करते है और कैपिटल गेन्स होता है तो शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स लगता है.
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