सोमवार को बिहार की इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर कंपनी आदित्य विजन (Aditya Vision) के शेयरों में अपर सर्किट लग गया. न्यूज एजेंसी पीटीआई (PTI) के ये खबर देने के बाद कि आदित्य विजन (Aditya Vision) अगले 2 सालों में झारखंड, पश्चिम बंगाल, पूर्वी यूपी और असम के बाजारों में अपने विस्तार करने की योजना बना रही है, कंपनी के शेयरों में जबरदस्त तेजी आई. दलाल स्ट्रीट पर चल रही रैली के बीच आदित्य विजन (Aditya Vision) के शेयरों में पहले ही 3,928% का उछाल दर्ज किया जा चुका है.
कंपनी के शेयर पिछले साल 8 जुलाई को 20.60 रुपये पर थे जो कि सोमवार 12 जुलाई 2021 को 829.75 रुपये पर पहुंच गए हैं.
कंपनी की आगामी रणनीति अपने बिजनेस को केवल छोटे टियर II और III शहरों में विस्तार देना है. शेयर इनवेस्टर्स कंपनी की इस रणनीति पर अपनी बारीक नजर बनाए हुए हैं. वित्त वर्ष 2020-21 में कोविड महामारी फैलने और वित्त 2021-22 में दूसरी दूसरी लहर के प्रकोप के बाद भी शेयर मार्केट में इस कंपनी ने शानदार परफॉर्मेंस दी है.
विस्तार की योजनाएं
आदित्य विजन (Aditya Vision) के बिहार में करीब 75 स्टोर्स मौजूद हैं. कंपनी के एमडी यशोवर्धन सिन्हा ने कहा है, “इस वित्तीय वर्ष में कंपनी झारखंड में 12 से 15 स्टोर्स और खोलने की योजना बना रही है.
आदित्य विजन के रेवेन्यू की बात करें तो वित्त वर्ष 2019-20 में ये 963.71 करोड़ रुपये से 5.9% घटकर वित्त वर्ष 2020-21 में 906.88 करोड़ रुपये हो गया है.
सिन्हा का कहना है कि हमारा ध्यान छोटे शहरों की ओर है. पश्चिम बंगाल में हम कोलकाता जैसे बड़े शहरों की जगह आसनसोल, चितरंजन, सिलिगुड़ी, गोरखपुर जैसे छोटे शहरों पर फोकस कर रहे हैं.
ऑपरेशनल कॉस्ट
सिन्हा के मुताबिक, छोटे शहर आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं और यहां के ग्राहक लेटेस्ट रेंज, उपकरण और नई टेक्नोलॉजी के बारे में अच्छे से जानते हैं.
छोटे शहरों में स्टोर की ऑपरेशनल कॉस्ट बड़े शहरों की तुलना में कई गुना ज्यादा सस्ती पड़ती है. जो कंपनी को इलेक्ट्रॉनिक रिटेल में बेहतर मार्जिन के साथ काम करने में मदद करता है क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक बाजार में पहले से काफी ज्यादा प्रतियोगी माहौल है.
बड़े इलेक्ट्रॉनिक रिटेलर जैसे रिलायंस भी छोटे शहरों में अपने स्टोर्स खोलकर व्यापार का विस्तार कर रहे हैं.
कोरोना का असर
वित्तीय वर्ष 2022 में कंपनी के विकास की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने और दूसरी लहर के कारण पहली तिमाही 2022 में प्रभावित हुई बिक्री को लेकर सवाल पूछा गया तो सिन्हा ने बताया कि स्टोर बंद होने के कारण यह कंपनी की टॉप-लाइन को प्रभावित कर रहा है.
साथ ही उन्होंने बताया कि “इस वित्तीय वर्ष में प्रवेश करने वक्त हमारा लक्ष्य सेल्स की ग्रोथ को 50% तक पहुंचाना था लेकिन दूसरी लहर के कारण व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ. खासकर लॉकडाउन और बाजार बंद को लेकर बनाए गए नियमों से काफी नुकसान हुआ. इसके बावजूद हमारी टीम पूरी ताकत के साथ काम कर रही है और हमारा लक्ष्य व्यापार को बढ़ाना है. लेकिन ग्रोथ कोविड बंदी के कारण ऐसा होता मुश्किल नजर आ रहा है.”
ओमनीचैनल स्ट्रैटेजी
महामारी के दौर को देखते हुए और दूसरी लहर के प्रकोप से बचने के लिए आदित्य विजन ओमनीचैनल स्ट्रैटेजी पर काम कर रहा है. वो अपने ग्राहकों को ऑनलाइन खरीददारी के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. इसके लिए वो ग्राहकों को घर जाकर सामान की डिलीवरी कर रहे हैं.
“ये रणनीति काम कर रही है. मई महीने के अंत तक, कंप्रेसर आधारित कूलिंग उत्पादों की सबसे ज्यादा बिक्री हो रही है. कोविड बंदी के चलते स्टोर न खुलने के बावजूद हम रोजाना एक करोड़ रुपए से ज्यादा की बिक्री कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, कि वित्तीय वर्ष 22 में हमारा लक्ष्य कुल बिक्री में ऑनलाइन की हिस्सेदारी को 10% तक करना है.
आदित्य विजन अपनी फास्ट डिलीवरी के जरिए ऑनलाइन बिक्री को बढ़ाने की ओर ध्यान दे रहा है. साथ ही उपकरणों को बदलने और सही कराने की सुविधा नजदीकी स्टोर पर दे रहा है.
आदित्य विजन कंपनी बिहार के लगभग हर जिले में मौजूद है. घरेलू उपकरणों, एलईडी टीवी, स्पीकर्स से लेकर मोबाइल फोन, लैपटॉप तक लगभग 10,000 प्रोडक्ट्स की रिटेल ब्रिकी करती है. आदित्य विजन कंपनी की स्थापना 1999 में हुई थी और 2016 में BSE में लिस्टेड हुई थी.
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