एप्पल इंडिया सितंबर से चालू अपने फाइनेंशियल ईयर के लास्ट तक एक नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है. लगभग 3 अरब डॉलर के रेवेन्यू के साथ एप्पल इस फाइनेंशियल ईयर के लास्ट तक एक जबरदस्त रिकॉर्ड बना सकती है. दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन बाजार में साल-दर-साल लगभग 60 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है, जो पिछले साल में हुई 29 फीसदी वृद्धि के दोगुने से भी ज्यादा है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अनुमानित बंपर बढ़ोतरी के बावजूद, एप्पल इंडिया का रेवेन्यू उसके ग्लोबल आंकड़े का लगभग 1 फीसदी है. इसके स्मार्टफोन की कीमत ज्यादा होने के कारण भारत में वॉल्यूम के हिसाब से इसकी बाजार में 5 फीसदी से भी से कम हिस्सेदारी है.
साइबर मीडिया रिसर्च (CMR) के हेड-इंडस्ट्री इंटेलीजेंस प्रभु राम के मुताबिक CMR के शुरुआती अनुमान से पता चलता है कि पूरे साल भारत में एप्पल की आमदनी 3 अरब डॉलर होगी. मार्केट रिसर्च फर्म आईडीसी के रिसर्च डायरेक्टर नवकेंद्र सिंह ने आंकड़ों की पुष्टि करते हुए कहा कि भारत में एप्पल के लिए यह साल काफी अच्छा रहा. iPhones की हाई डिमांड के कारण रेवेन्यू में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. CMR के अनुसार, अन्य वेरिएंट जैसे कि 12, XR और SE 2020 के साथ, एप्पल iPhone 11 की मांग ज्यादा रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक फॉक्सकॉन (Foxconn) और विस्ट्रॉन (wistron) जैसे एप्पल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर ने अगले पांच सालों में 3.6 लाख करोड़ रुपये से अधिक कीमत के मोबाइल फोन का प्रोडक्शन करने का दावा किया है. इससे पता चलता है कि भारत कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट सेंटर के रूप में उभर रहा है. एप्पल के सीईओ टिम कुक ने बताया कि भारत सहित उभरते मार्केट में कंपनी की तीसरी तिमाही का प्रदर्शन अविश्वसनीय था.
एप्पल ने अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर 36 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 81.4 अरब डॉलर का रेवेन्यू दर्ज किया है. कंपनी का नौ महीने की अवधि के लिए शुद्ध रेवेन्यू 282.4 अरब डॉलर था. पिछले साल 30 सितंबर तक, भारत में एप्पल का रेवेन्यू 29 फीसद बढ़कर 13,755.8 करोड़ रुपये हो गया था. वहीं मार्केट लीडर Xiaomi ने 38,196 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया, जबकि दक्षिण कोरिया के सैमसंग ने 78,651 करोड़ रुपये का रेवेन्यू अर्जित किया.
काउंटरपॉइंट रिसर्च डेटा के मुताबिक Xiaomi ने अप्रैल-जून तिमाही में 23.9 फीसदी की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी के साथ स्मार्टफोन बाजार को लीड किया है.
मार्की पीएलआई योजना (marquee PLI Scheme) के तहत ग्लोबल कंपनियों के लिए पांच साल की अवधि में आवंटित 6 लाख करोड़ रुपये के प्रोडक्शन टारगेट में से, एप्पल के अनुबंध निर्माताओं को 3.6 लाख करोड़ रुपये या लगभग 60 फीसदी का आवंटन प्राप्त हुआ है.