Stock To Buy: दलाल स्ट्रीट पर निवेशकों को जिंदगी बदलने वाले स्टॉक से मल्टीबैगर रिटर्न पाने के लिए बहुत धैर्य और अच्छी किस्मत की जरूरत होती है. बालाजी एमाइंस भी एक ऐसा ही स्टॉक है, जिसने पिछले 20 सालों में 1701 गुना का मुनाफा दिया है. साल 2001 में इस शेयर की कीमत 2 रुपये थी, जो 4 अगस्त 2021 में बढ़कर 3403.70 रुपये पहुंच गई है. इसका मतलब, 20 साल पहले जिसने इस शेयर में 25 हजार रुपये का निवेश किया था, आज वो बढ़कर 4.25 करोड़ रुपये पहुंच गई है. यहां तक कि मार्च 2020 कर इस स्टॉक पर निवेश करने वालों ने भी घरेलू शेयर बाजार में जारी तेजी चलते अच्छा रिटर्न हासिल किया है. बालाजी एमाइंस का शेयर पिछले 17 महीनों में 1,400 से ज्यादा की बढ़त देख चुका है.
1998 में लिस्टेड हुई ये बालाजी एमाइंस मिथाइलमाइन्स, एथिलमाइन्स, स्पेशलिटी केमिकल्स के डेरिवेटिव्स और फार्मा एक्सीसिएंट्स के निर्माण के व्यवसाय में लगी हुई है.
ये भारत में एलीफैटिक एमाइन के अग्रणी निर्माताओं में से एक है. बालाजी अमिन्स लगातार अपने ग्राहकों को कम कीमत पर बेहतर ट्यूनिंग प्रोसेस के साथ क्वालिटी प्रोडक्ट डिलीवर कर रही है.
ऑरम कैपिटल के को-फाउंडर जितेन परमार ने मनी9 को बताया कि “कंपनी की नजर उन प्रोडक्ट्स पर है, जिनको लेकर ज्यादा प्रतियोगिता नहीं है.
एमाइन पर फोकस और प्रोडक्ट्स पर एंटी-डंपिंग शुल्क के चलते लंबे समय बालाजी एमाइंस को मदद मिली. ”
कंपनी ने पिछले 15 सालों के दौरान टॉपलाइन और बॉटमलाइन में लगातार ग्रोथ दर्ज की है. वित्त वर्ष 2021 में कंपनी की ग्रॉस सेल्स लगभग 16% सालाना बढ़कर 1311 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2006 में 145.89 करोड़ रुपये थी.
इसी तरह नेट मुनाफा लगभग 25% सालाना बढ़कर 243.50 करोड़ रुपये हो गया, जो इसी अवधि के दौरान 9.07 करोड़ रुपये था.
आगे देखते हुए, एचडीएफसी सिक्योरिटीज का मानना है कि बालाजी एमाइंस का नेट प्रॉफिट वित्त वर्ष 2022 में 293.20 करोड़, वित्त वर्ष 2023 में 334.60 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 में 417.50 करोड़ रुपये रह सकता है.
जबकि दूसरी तरफ, ये भी मानना है कि कंपनी की नेट सेल्स वित्त वर्ष 2022 में 1608.80 करोड़, वित्त वर्ष 2023 में 1811.90 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 में 2113.90 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.
शेयरधारकों के कारण कंपनी का शुद्ध लाभ 30 जून को खत्म होती तिमाही में सालाना आधार पर 174 फीसदी बढ़कर 90.38 करोड़ रुपये हो गया. बीते साल इसी तिमाही में कंपनी को 32.96 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
विश्लेषकों अभी भी बालाजी एमाइंस पर ‘खरीदें’ की रेटिंग दे रहे हैं. एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने पहली तिमाही के नतीजों के बाद टारगेट प्राइज 3805 रुपये तय किया है.
इनका मानना है कि फार्मा और एग्रोकेमिकल उद्योग में मजबूत मांग जारी रहेगी, जो इस कंपनी का रेवेन्यू का 77% हिस्सा शामिल है.
बीएससीएल के उत्पादन में तेजी, वित्त वर्ष 24 तक मिथाइलमाइन का दोगुना उत्पादन, एसीटोनिट्राइल की क्षमता में वृद्धि और वित्त वर्ष 23 तक क्षमता को 25.5 ktpa तक ले जाना और उत्पादन से जुड़ी इनसेंटिव स्कीम जो लॉन्ग टर्म वैल्यू ग्रोथ को सपोर्ट करेंगी. ऐसे बेहतर रुझानों के चलते स्टॉक के प्राइस में अभी और ग्रोथ की संभावना है.
हालिया अपडेट में, कंपनी एसीटोनिट्राइल के निर्माण के लिए एक मैन्युफैक्चर प्लांट लगाने का लक्ष्य बना रही है. इस प्लांट की अनुमानित कीमत 80 करोड़ रुपये होगी और ये 12 से 18 महीने के बीच लग जाएगा.
इस नए प्लांट की बदौलत कंपनी की क्षमता 9000 टन प्रति वर्ष (TPA)से बढ़कर 16500 टन प्रतिवर्ष (TPA) हो जाएगी. इससे पहले, सीडी इक्विसर्च ने बालाजी एमाइंस पर 3,613 रुपये के टारगेट प्राइज के साथ ‘खरीदें’ की रेटिंग दी थी
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