घरेलू बाजार में लंबे इंतजार के बाद विस्फोटक बढ़त देखने को मिली है. हमारे पिछले लेख में हमने बताया था कि बोलिंगर बैंड सिकुड़ने से बाजारों में तेजी देखने को मिल सकती है. ऐसा हुआ भी. NSE निफ्टी इंडेक्स अपने ऑल टाइम हाई 16,350 पर पहुंच गया. बाद में सूचकांक तीन प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुआ.
आने वाले हफ्तों के लिए हमारा सुझाव यही है कि शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को लॉन्ग पोजीशन की बुकिंग जारी रखनी चाहिए. कुछ डेटा पॉइंट संकेत दे रहे हैं कि निफ्टी कुछ समय के लिए 16,500 के करीब पहुंच सकता है. इसकी पूरे रूप से पुष्टि करने की जरूरत है. हालांकि, अगर VIX (वोलटैलिटी इंडेक्स) को देखें तो यह 12-10 के ऑल-टाइम सपोर्ट जोन से हट चुका है.
VIX संकेत करता है कि कंसोलिडेशन फेज बीत चुका है. बाजार आगे चलकर अस्थिर हो सकता है. हम शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को सलाह देते हैं कि लंबे समय के लिहाज से दांव लगाने वालों को सोच-समझकर फैसले करने चाहिए. आगे चलकर होने वाली किसी तरह की अस्थिरता को लेकर सतर्क रहें.
निवेशकों को लंबी अवधि के नए दांव लगाने से पहले शेयरों में बड़ी गिरावट का इंतजार करना चाहिए. नकारात्मक पक्ष पर, समता में हुए बदलाव के आधार पर सपोर्ट अब 16,000 पर शिफ्ट हो चुका है. इसमें बदलाव होने तेजी थम सकती है.
हमने निफ्टी बैंक इंडेक्स में तेजी देखी है. इसने 35,800 के स्तर को पार किया है. मगर 36,000 के स्तर से ऊपर रहने में असफल रहा. आगे चलकर 36,000 से ऊपर जाने की स्थिति में यह 37,700 के ऑल-टाइम हाई को छू सकता है. मुमकिन है कि इंडेक्स 40,000 की तरफ भी बढ़ सकता है. नकारात्मक पक्ष पर, आने वाले हफ्तों में 34,500 निर्णायक समर्थन का स्तर बन सकता है. इसका उल्लंघन होने से बैंकिंग क्षेत्र में बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है. इससे सूचकांक 33,000 तक आ सकता है.
इन स्टॉक्स पर लगाएं दांव
ACC | बेचें | स्टॉप लॉस: 2,450 रुपये | टारगेट प्राइस: 2,225 रुपये
बड़े चार्ट पर स्टॉक गोल्डन रेशियो (यानी 161.8% रिट्रेसमेंट) से पलट गया है. व्यापारी इस शेयर को 2,375 रुपये तक की उछाल पर ही बेच सकते हैं.
PFC | खरीदें | स्टॉप लॉस: 125 रुपये | टारगेट प्राइस: 148 रुपये
शेयर कई साल के ब्रेकआउट की कगार पर है. 135 रुपये के ऊपर बंद होने से शेयर में तेजी आ सकती है.
(लेखक आनंद राठी में एवीपी-तकनीकी शोध हैं. व्यक्त किए गए विचार व्यक्तिगत हैं)