वैश्विक बाजारों के ट्रेंड, मॉनसून, डॉलर की तुलना में रुपया की कीमत, क्रूड ऑयल के दाम, विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेशकों के इन्वेस्टमेंट अगले हफ्ते घरेलू शेयर बाजार (share market) की चाल तय करेंगे.
मार्केट के उतार-चढ़ाव पर आने वाले सप्ताह पर इनका असर रह सकता है:
कोरोना वायरस को लेकर सरकार कैसे फैसले लेती है, टीकाकरण की प्रगति किस स्तर पर पहुंचती है, इन चीजों पर निवेशक नजर रखेंगे. जैसे-जैसे कोविड के नए मामले घट रहे हैं, उसके आधार पर राज्य सरकारें पाबंदियों में कितनी ढील देती हैं, इसे भी इन्वेस्टर ध्यान में रखकर चलेंगे. वैश्विक स्तर पर UK और एशिया में डेल्टा वैरिएंट के कारण कोरोना के मामले बढ़ते दिख रहे हैं.
अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अगले हफ्ते निवेशकों की नजरें कृषि/ग्रामीण मजदूरों के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स इंफ्लेशन डेटा पर टिकी होंगी. इसकी 20 सितंबर को घोषणा की जाएगी. इस दौरान, विदेशी संस्थागत निवेशकों के इन्वेस्टमेंट ट्रेंड और रुपया की डॉलर की तुलना में कीमत भी मार्केट में निवेश करने वालों का रुख तय करेंगे.
फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व के आंकड़ों की 24 सितंबर को घोषणा होगी. देश का विदेशी मुद्रा कोष 3 सितंबर को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह में बढ़कर 64245.3 करोड़ डॉलर पहुंच गया था. उससे पिछले हफ्ते में यह 63355.8 करोड़ रुपये पर था. फॉरेक्स रिजर्व के डेटा के साथ डिपॉजिट ग्रोथ और बैंक लोन ग्रोथ के आंकड़े भी पेश किए जाएंगे.
कैपिटल मार्केट के अलावा प्राइमरी मार्केट में भी हलचल देखने को मिल सकती है क्योंकि एक महत्वपूर्ण IPO अगले हफ्ते पेश किया जाना है. रक्षा और अंतरिक्ष से जुड़े इंजीनियरिंग प्रॉडक्ट डिजाइन, डिवेलप, मैन्युफैक्चर और टेस्ट करने वाली पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नॉलजीज 171 करोड़ रुपये के IPO के साथ बाजार में कदम रखने की तैयारी में है. इसने प्राइस बैंड 165-175 रुपये प्रति शेयर तय किया है.
ग्लोबल फ्रंट पर निवेशकों की 20 सितंबर को NAHB हाउसिंग मार्केट इंडेक्स और UN जनरल एसेंबली, 21 सितंबर को रेडबुक, 22 सितंबर को एग्जिस्टिंग होम सेल्स, FOMC इकॉनमिक प्रोजेक्शन, फेड के इंटरेस्ट रेट पर लिए जाने वाले फैसले, 23 सितंबर को जॉबलेस क्लेम, मार्किट कॉम्पोजिट PMI फ्लैश और 24 सितंबर को बेकर ह्यूग्स ऑयल रिग काउंट पर नजरें टिकी होंगी.
इस बीच 22 सितंबर को चीन भी एक और पांच साल के लिए लोन प्राइम रेट की घोषणा करेगा. बैंक ऑफ जापान (BoJ) भी इसी दिन अपने ब्याज दर का ऐलान करेगा. जापान का इंफ्लेशन डेटा 24 अगस्त को आएगा. फेड 21 सितंबर को अपनी दो दिवसीय पॉलिसी मीटिंग शुरू करेगा, जिसमें केंद्रीय बैंक के बॉन्ड खरीदारी से जुड़े प्रोग्राम को लेकर जानकारी मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. मीटिंग 22 सितंबर को खत्म होने के बाद फेड अपने इंटरेस्ट रेट पर फैसला लेगा.