धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने वाली कंपनियों में उछाल- SEBI

SEBI: सेबी के एसके मोहंती ने कहा- फ्रॉड की रिपोर्ट करने वाली कंपनियों में उछाल एक खतरनाक ट्रेंड, इसे कम किए जाने की जरूरत.

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क्रोल की ओर से किए गए सर्वे में सामने आया कि धोखाधड़ी की शिकार कंपनियों में से 12% ने संवेदनशील जानकारी तक अनधिकृत पहुंच को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया और इसे चिंताजनक करार दिया.

क्रोल की ओर से किए गए सर्वे में सामने आया कि धोखाधड़ी की शिकार कंपनियों में से 12% ने संवेदनशील जानकारी तक अनधिकृत पहुंच को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया और इसे चिंताजनक करार दिया.

SEBI: इक्विटी में खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ने के बीच धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने वाली कंपनियों में उछाल एक खतरनाक ट्रेंड है और इसे कम करने के लिए प्रयास किए जाने की जरूरत है. CII की ओर से आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में सेबी के पूर्णकालिक सदस्य एसके मोहंती ने ये बात कही. मोहंती ने हाल के एक सर्वेक्षण के निष्कर्षों का हवाला देते हुए कहा कि 65 प्रतिशत कंपनियों ने इस साल धोखाधड़ी की घटनाओं की सूचना दी है. कैपिटल मार्केट में भी 1.5 करोड़ से अधिक नए खुदरा निवेशक (retail investor) हैं. इसलिए, जागरूकता और शिक्षा का यह सही समय है. उन्होंने कहा कि फ्रॉड निवेशकों के विश्वास (investors confidence) को प्रभावित करता है. इन्वेस्टमेंट वैल्यू (value of investments) भी इससे प्रभावित होती है, क्योंकि धोखाधड़ी से किसी विशेष शेयर का मूल्य कम हो जाता है, और इसलिए इस समस्या का समाधान करना आवश्यक है.

संवेदनशील जानकारी तक अनधिकृत पहुंच

मोहंती ने कहा कि क्रोल की ओर से किए गए सर्वे में सामने आया कि धोखाधड़ी की शिकार कंपनियों में से 12% ने संवेदनशील जानकारी तक अनधिकृत पहुंच को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया और इसे चिंताजनक करार दिया.

उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों को संवेदनशील डेटा तक पहुंच मिली है, वे इसे अपने संबंधित पक्षों के लाभ के लिए भुनाएंगे’. मोहंती ने कहा कि ऐसी घटनाएं आगे और बढ़ेगी.

धोखेबाज हमेशा एक कदम आगे

मोहंती ने रिलेटेड थर्ड पार्टी ट्रांजैक्शन (RPT) में बदलाव का हवाला देते हुए कहा, धोखेबाज हमेशा एक कदम आगे होते हैं, इसलिए सेबी भी अपने नियमों को कड़ा कर रही है.

मोहंती ने सेबी की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस एजेंडा को प्रभावित करने को लेकर हो रही आलोचना का जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि नियामक के लिए, धोखाधड़ी पर अंकुश लगाना बहुत महत्वपूर्ण है.

नियामक और सरकार की प्रतिष्ठा भी इससे जुड़ी है. उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी की संख्या में वृद्धि के साथ, सेबी ने पिछले साल सामान्य जांच विभाग से एक अलग कॉर्पोरेट धोखाधड़ी जांच विभाग बनाया.

वर्क फ्रॉम होम कल्चर से क्या बदला?

वर्क फ्रॉम होम कल्चर से आए बदलावों पर टिप्पणी करते हुए, मोहंती ने कहा कि इससे धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ी हैं क्योंकि लोग संवेदनशील डेटा तक पहुंच प्राप्त कर सकते हैं.

उन्होंने ये भी कहा कि वर्क फ्रॉम होम कल्चर ने बाजारों में खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ाने में भी मदद की है क्योंकि घर से काम करते समय अधिक बचत होती है.

मोहंती ने कहा कि सेबी ने धोखाधड़ी को रोकने के लिए इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स में अपना विश्वास जताया है.

Published - October 8, 2021, 02:47 IST