प्राइमरी मार्केट अभी गर्म है. बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने तीन कंपनियों – क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (Clean Science & Technology), श्रीराम प्रॉपर्टीज (Shriram Properties) और जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट (GR InfraProject) को इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के जरिए धन जुटाने की मंजूरी दी है. तीनों कंपनियों ने अप्रैल में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के समक्ष अपने प्रारंभिक कागजात दाखिल किए थे.
सेबी द्वारा दी जानकारी के मुताबिक क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी, श्रीराम प्रॉपर्टीज और जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट को सेबी ने अपनी राय क्रमश: 12 जून, 15 जून और 16 जून को बताई.
किसी भी कंपनी द्वारा आईपीओ (IPO) या एफपीओ (FPO) लाने के लिए सेबी की मंजूरी जरूरी है.
क्लीन साइंस की योजना आईपीओ के जरिए करीब 1,400 करोड़ रुपये जुटाने की है, जबकि श्रीराम प्रॉपर्टीज का लक्ष्य 800 करोड़ रुपये और जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट का लक्ष्य 800-1000 करोड़ रुपये जुटाने का है.
स्पेशल्टी केमिकल का उत्पादन करने वाली कंपनी क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी IPO में ऑफर फॉर सेल के जरिए ही रकम जुटाएगी. प्रोमोटर्स और अन्य शेयरधारक कंपनी में हिस्सेदारी बेच रहे हैं. OFS लाने वाले निवेशकों में अनंतरूप फाइनेंशियल एडवाइजरी सर्विसेस, अशोक रामनारायण बूब, कृष्णकुमार रामनारायण बूब, सिद्धार्थ अशोक सिक्ची और पार्थ अशोक महेश्वरी शामिल हैं.
कंपनी FMCG और फार्मा कंपनियों के लिए केमिकल बनाने का काम करती है.
बंगलुरू स्थित श्रीराम प्रॉपर्टीज ने IPO के जरिए 800 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है. इसमें से 250 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे और 850 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल होगा.
कंपनी में मौजूदा निवेशक TPG कैपिटल, टाटा कैपिटल, वॉल्टन स्ट्रीट कैपिटल और स्टारवुड कैपिटल कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे. इन चार निवेशकों के पास फिलहाल कंपनी की 58 फीसदी हिस्सेदारी है. ऑफर फॉर सेल के जरिए मिली रकम कंपनी को नहीं मिलेगी, बल्कि इन्हीं निवेशकों को जाएगी.
श्रीराम प्रॉपर्टीज नए इक्विटी शेयर से जुटाई रकम का इस्तेमाल कर्ज चुकाने और कॉरपोरेट काम के लिए करेगी. कंपनी की दक्षिण भारत में अच्छी पकड़ है और वहां की प्रोजेक्ट का कंस्ट्रक्शन चल रहा है.
जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट्स इश्यू के जरिए 800 से 1000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इसमें से 1.15 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल लाने की तैयारी है. इसमें कर्मचारियों के लिए भी रिजर्वेशन होगा.
OFS के जरिए लोकेश बिल्डर्स, जसमरीत प्रीमाइसिस, जसमरीत फैशंस, जसमरीत क्रिएशंस, और इंडिया बिजनेस एक्सलेंस फंड हिस्सेदारी बेच रहे हैं.
उदयपुर स्थित ये कंपनी रोड इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन (EPC) का काम करती है. साथ ही कंपनी 15 राज्यों में रोड और हाइवे प्रोजेक्ट्स डिजाइन और कंस्ट्रक्शन करती है. हाल ही में कंपनी ने रेलवे सेक्टर में भी विस्तार किया है.
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