एनर्जी से लेकर टेलीकॉम क्षेत्र की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के अपने परिणाम (RIL Q1 results) जारी कर दिये हैं. कंपनी के समेकित शुद्ध लाभ में 30 जून को समाप्त हुई तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 7.25 फीसद की गिरावट हुई है. इस दौरान कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 12,273 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी को एक साल पहले की समान तिमाही में 13,233 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
मुकेश अंबानी की अगुआई वाली इस कंपनी का परिचालन से राजस्व एक साल पहले की समान तिमाही के 91,238 करोड़ रुपये की तुलना में 58.2 फीसद बढ़कर 1.44 लाख करोड़ रुपये रहा है.
रिलायंस ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, “कोविड -19 के कारण कंपनी का संचालन और राजस्व प्रभावित हुआ. चालू तिमाही के दौरान रिटेल सेगमेंट के अलावा कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है.”
कंपनी के तिमाही नतीजों पर बोलते हुए मुकेश अंबानी ने कहा, “मुझे खुशी है कि हमारी कंपनी ने कोविड महामारी की दूसरी लहर के कारण अत्यधिक चुनौतीपूर्ण परिचालन वातावरण का सामना करने के बावजूद मजबूत ग्रोथ दी है. वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के परिणाम स्पष्ट रूप से रिलायंस के व्यवसायों के विविध पोर्टफोलियो के लचीलेपन को प्रदर्शित करते हैं, जो कंजंप्शन बास्केट के बड़े हिस्से को पूरा करते हैं.”
ब्याज, कर, डेप्रिसिएशन और परिशोधन (EBITDA) से पूर्व कंपनी की समेकित आय 27.6 फीसद बढ़कर 27,550 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले की अवधि में 21,585 रुपए थी.
Reliance Jio के नतीजे
जियो (Jio) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 44.9 फीसद उछलकर 3,651 करोड़ रुपए रहा. कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि एक साल पहले की समान तिमाही में उसे 2,519 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। रिलायंस जियो की परिचालन आय जून 2021 को समाप्त तिमाही में 9.8 फीसद बढ़कर 18,952 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 17,254 करोड़ रुपए थी. जियो के कुल ग्राहकों की संख्या जून तिमाही के अंत में 44 करोड़ और प्रति ग्राहक औसत आय 138.4 रुपए महीना रही. कंपनी ने आलोच्य तिमाही में 2.67 करोड़ नये ग्राहक जोड़े हैं. अंबानी ने कहा, “Jio ने इंडस्ट्री की अग्रणी ऑपरेटिंग मेट्रिक्स के साथ तिमाही में एक और रिकॉर्ड प्रदर्शन दर्ज किया है”.
रिलायंस रिटेल
रिलायंस रिटेल का रेवेन्यू भी 21.9% बढ़कर 38,547 करोड़ रुपए हो गया. जबकि दूसरी तरफ, EBITDA 79.90% इजाफे के साथ बढ़कर 1941 करोड़ रुपए हो गया. लेकिन तिमाही दर तिमाही के आधार पर इस डेटा में गिरावट दर्ज हुई है.
अंबानी ने कहा, “कोरोना के चलते लगे प्रतिबंधों के कारण रिटेल बिजनेस पहली तिमाही में प्रभावित हुआ. इससे संचालन और मुनाफे पर असर दिखाई दिया. लेकिन ये एक अस्थाई दौर है. हम ऑनलाइन-ऑफलाइन चैनलों के कॉम्बिनेशन के जरिए भोजन, किराना, स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रोडक्ट्स सहित कई वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर केंद्रित रहे. हमने छोटे व्यापारियों के साथ साझेदारी बनाने और उपभोक्ताओं के साथ डिजिटल जुड़ाव बनाने के अपने प्रयासों को आगे बढ़ाया है. यह विकास का एक नया और समावेशी मॉडल तैयार कर रहा है. मुझे विश्वास है कि रिटेल बिजनेस में अपार संभावनाएं, वैल्यू और ग्रोथ है, जो हम दर्ज कर सकते हैं.”
ऑयल टू केमिकल बिजनेस
वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए सेगमेंट रेवेन्यू 75.2% YoY बढ़कर 1,03,212 करोड़ रुपए हो गया, जो मुख्य रूप से कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के चलते उत्पाद की कीमतों में आई तेजी के कारण हुआ है. RIL ने बताया कि जून तिमाही के लिए O2C EBITDA 49.8% YoY से बढ़कर 12,231 करोड़ रुपए हो गया.
अंबानी ने कहा, “हमारे पोर्टफोलियो में मौजूद 02C बिजनेस ने बेहतर सेवाओं के बल पर अच्छी कमाई दर्ज की है. अपने पार्टनर बीपी के साथ हमने केजी डी6 में सैटेलाइट क्लस्टर चालू किया और उत्पादन बढ़ाना जारी रखा, जिससे भारत में गैस उत्पादन में हमारा योगदान 20% का रहा. ऊर्जा के क्षेत्र में हमारा प्रमुख योगदान रहा है.”
तेल और गैस
रिलायंस ने बताया कि तेल और गैस सेगमेंट से रेवेन्यू सालाना 153.20% बढ़कर 1,281 करोड़ रुपए हो गया. EBITDA में 153.20% YoY का इजाफा होकर 1281 करोड़ रुपए हुआ. यह मुख्य रूप से आर-क्लस्टर से गैस उत्पादन के सुचारू रूप से बढ़ने और केजी डी6 ब्लॉक में सैट क्लस्टर फील्ड से उत्पादन शुरू होने के कारण हुआ.”