कोविड-19 की दूसरी लहर के मद्देनजर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास के क्रेडिट और रीस्ट्रक्चरिंग के कई अहम ऐलान से शेयर बाजार में रौनक आई. इस तेजी में सबसे ज्यादा फोकस फार्मा और हेल्थकेयर से जुड़े शेयरों (Pharma Stocks) पर रहा. RBI के ऐलानों के बाद बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 1 फीसदी का उछाल रहा तो वहीं निफ्टी फार्मा इंडेक्स (Nifty Pharma) 3.8 फीसदी की रफ्तार के साथ कारोबार कर रहा है. एस एंड पी बीएसई हेल्थकेयर इंडेक्स (BSE Healthcare Index) भी मार्केट इंडेक्स को आउपरफॉर्म करते हुए 2.7 फीसदी ऊपर है. RBI के फैसलों से फार्मा इंडस्ट्री को कर्ज में राहत मिलेगी और यही वदह है कि इन शेयरों में आज पंख लगे.
कोविड-19 से जुड़े हेल्थकेयर इंफ्रा और सुविधाओं में विस्तार के लिए रिजर्व बैंक ने 3 साल की अवधि तक के लिए 50,000 करोड़ रुपये के लिक्विडिटी विंडो का ऐलान किया है जिसका फायदा 31 मार्च 2022 तक उठाया जा सकता है. स्कीम के तहत बैंक वैक्सीन उत्पादकों, डिस्पेंसरी, वैक्सीन आयातकों पैथोलजी लैब्ल, ऑक्सीजन और वेंटीलेटर उत्पादकों और कोरोना से जुड़ी दवाएं मैन्युफैक्चर करने वाली कंपनियों को बैंक नए कर्ज दे सकते हैं.
बैंकों को निर्देश दिया जा रहा है कि वे जल्द इन क्रेडिट को मुहैया कराएं और इन्हें प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग (प्राथमिकता कर्ज श्रेणी) में शामिल किया जाए. ये कर्ज मैच्योरिटी या पेमेंट तक इसी कैटेगरी में जोड़े जाएंगे.
वहीं बैंकों को कोविड लोन बुक बनाने की हिदायत दी गई है ताकि वे इस स्कीम के कर्ज को इसमें शामिल करें. बैंक इस कोविड लोन बुक के बराबर की रकम को RBI के पास रिवर्स रेपो रेट से 40 बेसिस पॉइंट ज्यादा की दर पर रख पाएंगे.
रिजर्व बैंक के आज के ऐलान के बाद ल्यूपिन में 12.47 फीसदी की रफ्तार दिखी तो वहीं कैडिला हेल्थकेयर और सन फार्मा में 5 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया है. अरबिंदो फार्मा और टॉरेंट फार्मा भी 4.5 फीसदी से ज्यादा दौड़े हैं. इसी तरह डॉ रेड्डीज लैब से लेकर बायोकॉन, सिप्ला, डिविस लैब में भी रफ्तार देखने को मिल रही है.