अगले सप्ताह निवेशकों को कई कंपनियों के तिमाही नतीजे देखने को मिलेंगे. इसी के साथ वैश्विक शेयर बाजार का माहौल, डॉलर की तुलना में रुपया की कीमत और कच्चे तेल के दाम कुछ समय तक स्टॉक मार्केट की चाल तय करने वाले हैं. घरेलू शेयर बाजार 15 अक्टूबर को दशहरा के मौके पर बंद था. आने वाले हफ्ते में फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स और घरेलू संस्थागत निवेशकों को सेंटिमेंट पर भी नजर रहेगी.
अगले सप्ताह L&T इंफोटेक और अल्ट्राटेक सीमेंट 18 अक्टूबर को सितंबर तिमाही के अपने नतीजों की घोषणा करेंगी. ACC, हिंदुस्तान यूनिलीवर, L&T टेक्नॉलजी सर्विसेज और नेस्ले इंडिया 19 अक्टूबर को अपनी अर्निंग्स पेश करेंगी. एशियन पेंट्स और JSW स्टील के नतीजों का ऐलान 21 अक्टूबर को होगा. HDFC लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और रिलायंस इंडस्ट्रीज 22 अक्टूबर को क्वार्टर्ली रिजल्ट पेश करेंगी.
अगले सप्ताह अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर किसी तरह की बड़ी घोषणा नहीं होने की उम्मीद है. इस बीच निवेशकों की 22 अक्टूबर को पेश किए जाने वाले विदेशी मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves) के डेटा पर नजरें टिकी होंगी. देश का फॉरेक्स रिजर्व 1 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में घटकर 637.477 अरब डॉलर पर आ गया था, जो उससे पहले के हफ्ते में 638.646 अरब डॉलर था.
इसके अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से होने वाले इन्वेस्टमेंट और डॉलर की तुलना में रुपया की कीमत पर भी निवेशकों का सेंटिमेंट निर्भर करेगा.
निवेशक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, अमेरिका की मैक्रो-इकॉनमिक रिपोर्ट को भी गंभीरता से लेंगे. उसके औद्योगिक उप्तादन और मैन्युफैक्चरिंग प्रॉडक्शन के आंकड़े 18 अक्टूबर, रेडबुक के 19 अक्टूबर, प्रारंभिक बेरोजगारी दावे (Initial Jobless Claims) 21 अक्टूबर और मार्किट कंपोजिट PMI फ्लैश, बेकर ह्यूग्स टोटल रिग काउंट 23 अक्टूबर को पेश किए जाएंगे. उधर, चीन तीसरी तिमाही के GDP डेटा की घोषणा 17 अक्टूबर को करेगा.