सरकारी कंपनी एनटीपीसी अपनी सब्सिडियरी एनटीपीसी रीन्यएबल एनर्जी (NTPC Renewable Energy IPO) 2022-23 के बीच लिस्टिंग की योजना बना रही है. इस लिस्टिंग के जरिए कंपनी 60 गिगावॉट की क्षमता वाले रिन्यएबल एनर्जी प्रोजेक्ट के लिए फंडिंग जुटाई जा सके. इस प्रोजेक्ट के लिए कुल 2.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत है. एक सूत्र ने ये जानकारी दी है.
हालांकि, अब तक एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी के इनिशियल पब्लिक ऑफर (NTPC Renewable Energy IPO) के जरिए कितनी रकम जुटाई जाएगी इसका खुलासा नहीं किया गया है. सूत्र के मताबिक 50,000 करोड़ रुपये का इक्विटी कंपोनेंट हो सकता है और बाकी रकम को लंबी अवधि के कर्ज, डिबेंचर्स, बॉन्ड जैसे विकल्पों के जरिए जुटाए जाएंगे.
पिछले साल अक्टूबर में NTPC ने रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस में अपनी सब्सिडियरी एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी के जरिए कारोबार शुरू किया. वहीं, इस हफ्ते के शुरुआत में कंपनी ने इसकी लिस्टिंग के संकेत दिए थे.
सूत्र ने बताया है कि क्योंकि NTPC इस फंड से फॉसिल फ्यूल आधारित किसी ग्रीनफील्ड पावर जनरेशन क्षमता पर काम नहीं करेगा, इसलिए अगले 10 वर्षों में 60 गीगावॉट की स्वच्छ ऊर्जा क्षमता के लिए 2.5 लाख करोड़ रुपये का वित्त पोषण आसानी से प्राप्त किया जा सकता है.
गौरतलब है कि 2021 के केंद्रीय बजट में NTPC पर वित्त वर्ष 2021-22 में सालाना खर्च 23,736 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि 2020-21 में ये 21,000 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था. वहीं, साल 2019-20 में क्षमता विस्तार पर 36,618.4 करोड़ रुपये का खर्च हुआ था.
फिलहाल एनटीपीस ग्रुप के पास 1,365 मेगावॉट के रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन की क्षमता है. कंपनी 2023 तक कुल 132 गिगावॉट की बिजली उत्पादन की क्षमता करना चाहती है जिसमें से 60 गिगावॉट रिन्यएबल एनर्जी से होगा.
कंपनी का प्लान है कि 20223 तक कुल एनर्जी इंटेन्सिटी में 10 फीसदी की कमी लाई जाए. गौरतलब है कि NTPC भारत की पहली बिजली कंपनी है जिसने यूएन हाई-लेवल डायलेग ऑन एनर्जी (HLDE) के तहत एनर्जी कॉम्पैक्ट लक्ष्य तय किए हैं.